उज्जैन | महाशिवरात्रि पर्व के बाद हर साल परम्परागत होने वाले बाबा के विवाह के रिसेप्शन का आयोजन उज्जैन में हुए इससे पहले बाबा की बारात निकली जिसमे भूतों की मण्डली बारातियों में शामिल हुए , बाबा महाकाल के रिसेप्शन में कई प्रकार के व्यंजन बनाए गए पूरी,सब्जी, नुक्ती और कई तरह के पकवानों को प्रसाद रूप में बनाया गया है। बरातियों के लिए धोबी, नाई, मोची बच्चों के लिए खेल-खिलौने वाले, चाय, कॉफी, पॉपकॉर्न, पान व अन्य स्वेच्छा से अपना स्टॉल लगा कर निःशुल्क सेवा देनें वाले भक्त भी पहुंचे , रिसेप्सन में पानी पूरी पान के भी स्टाल लगे ।
बाबा महाकाल की नगरी में महाशिवरात्रि पर्व को नौ दिनों तक मनाने की खास परंपरा है, ये तो सभी जानते हैं, लेकिन इसके साथ ही एक ऐसी परंपरा का निर्वहन भी उज्जैन शहर में बीते 22 वर्षों से श्री महाकाल मंदिर शयन आरती भक्त मंडल परिवार द्वारा किया जा रहा है, जिसमे मेहंदी, हल्दी, सगाई, महिला संगीत और बरात के बाद बाबा महाकाल का रिसेप्शन धूमधाम से मनाया जाता है। शुक्रवार की शाम नगर में बाबा का भव्य रिसेप्शन का आयोजन हुआ हैं। 
आज आयोजन का 23वां वर्ष है। जिसके बाद बाबा महाकाल संग माता पार्वती विवाह महोत्सव रिसेप्शन मनाया गया । आज महाकाल मंडपम छत्रीवाले गणेश, श्री रामघाट मार्ग पर यह आयोजन किया गया , इससे पहले नगरकोट मंदिर से बाबा महाकाल की बरात ने प्रस्थान किया | बाबा की बारात में भूत, डाकिनी, शाकिन शामिल हुए । बारात रिसेप्शन स्थल पर पहुची इससे पहले बारात का जगह जगह स्वागत किया गया , रिसेप्शन स्थल पर बड़ी संख्या में लोग प्रसादी ग्रहण करने पहुंचें | इतना ही नहीं बाबा की बरात का स्वागत भी आमजन की बरात के स्वागत की तरह किया जाएगा।
भोजन ही नहीं पानी पूरी पान ,चाय, पॉपकॉर्न के भी स्टाल लगे
इस खास परंपरा में बाबा महाकाल के विवाह रिसेप्शन में कई प्रकार के पकवान बनाए गए जिसमे पूरी, सब्जी, नुक्ती गुलाब जामुन बच्चो के लिए पानी पूरी बरातियो के लिए पान जैसे पकवान को प्रसाद रूप में बनाया गया है। इस रिसेप्शन में बरातियों के लिए धोबी, नाई, मोची बच्चों के लिए खेल खिलौने वाले तो वहीं चाय, कॉफी, पॉपकॉर्न, पान व अन्य स्वेच्छा से अपना स्टॉल लगा कर निःशुल्क सेवा दी ।

यह देवी देवता रहेंगे दर्शनाभिलाषी
रिसेप्शन के आयोजन में रिद्धि-सिद्धि संग श्री गणेश, कार्तिकेय स्वामी, सौ. अशोक सुंदरी, नवुस दामाद, नंदी महाराज, मान भद्र, वीर भद्र, घण्टाकरण, मणिभद्र, कीर्तिमुख सूर्यमुखी हनुमान, एवं महाकाल शयन आरती भक्त परिवार के साथ स्वागतांतुर में तैंतीस कोटि के देवी देवता समस्त अवंतिका नगरवासी दर्शनाभिलाषी रहें।


