धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग का संचालन अब उज्जैन से किया जाएगा. उज्जैन के कोठी रोड स्थित स्मार्ट सिटी कार्यालय में सावन के अंतिम सोमवार को धार्मिक न्यास व धर्मस्व विभाग और मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के कार्यालय का शुभारंभ किया गया.
मध्यप्रदेश में प्रशासनिक दृष्टि से बड़ा बदलाव हुआ है। भोपाल की जगह महाकाल की नगरी उज्जैन प्रदेश की नई धार्मिक राजधानी बन गई है। प्रदेश का धर्मस्व विभाग अब धर्मनगरी उज्जैन से ही चलेगा। धर्मस्व विभाग का प्रादेशिक कार्यालय भोपाल से शिफ्ट होकर उज्जैन में चालू हो गया है। सोमवार को सीएम मोहन यादव ने इसका विधिवत शुभारंभ किया। इसके साथ ही धर्मस्व विभाग के वरिष्ठ अफसर भी उज्जैन शिफ्ट हो गए हैं।
उज्जैन: सावन माह के अंतिम सोमवार को उज्जैन के कोठी रोड स्थित स्मार्ट सिटी कार्यालय में धार्मिक न्यास व धर्मस्व विभाग और मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के कार्यालय का शुभारंभ किया गया. इस आयोजन का उद्घाटन मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने किया. इस अवसर पर उज्जैन संभागायुक्त और धर्मस्व विभाग के संचालक भी उपस्थित थे.
*उज्जैन से होगा धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग का संचालन*
धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग का संचालन पहली भोपाल से किया जाता था. लेकिन पहली बार अब इसका संचालन उज्जैन से होगा. मुख्यमंत्री मोहन यादव की पहल पर इस विभाग को उज्जैन स्थानांतरित किया गया है. यह कार्यालय स्मार्ट सिटी परिसर के ग्राउंड और फर्स्ट फ्लोर पर स्थित है. जिसमें 2 मीटिंग हॉल, 8 कमरे और लॉबी शामिल हैं. अब उज्जैन से प्रदेश के प्रमुख मंदिरों का संचालन और मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना का प्रबंधन होगा. सीएम मोहन यादव ने कहा कि “मालवा के अंदर 90 प्रतिशत से अधिक सरकारी मंदिर और उनके भूमि का रख रखाव का केंद्र उज्जैन और मालवा है. ऐसे में उज्जैन मंदिर और उनके प्रॉपर्टी रख रखाव की राजधानी है. इससे कल्पना के अनुसार मंदिरों का विकास होगा और आने वाले भविष्य में हर कार्यक्रम में सुव्यवस्था होगी.”
*अधिकारियों को भी उज्जैन किया गया ट्रांसफर*
धार्मिक न्यास विभाग के तहत श्री महाकालेश्वर मंदिर, सलकनपुर देवी मंदिर, शारदा देवी मंदिर मैहर, श्री गणपति मंदिर खजराना आदि प्रमुख मंदिरों का संचालन होगा. इसके अलावा मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन यात्रा के तहत सिंधु दर्शन यात्रा, कैलाश मानसरोवर यात्रा और अन्य धार्मिक यात्राओं का संचालन भी उज्जैन से ही होगा. इस विभाग के माध्यम से प्रदेश के प्रमुख मेलों के लिए अनुदान स्वीकृति भी दी जाएगी. कार्यालय के उद्घाटन के साथ ही भोपाल से संबंधित सामान और अधिकारी उज्जैन स्थानांतरित हो चुके हैं. वहीं, कार्यालय के लिए नया फर्नीचर भी मंगवाया गया है.
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने अपने सोशल मीडिया पेज एक्स पर लिखा
धर्मस्व विभाग उज्जैन शिफ्ट किए जाने के मौके पर सीएम मोहन यादव ने अपने एक्स हेंडल पर पोस्ट डाली। सीएम ने अपने ट्वीट में लिखा—
मुझे इस बात की प्रसन्नता है कि आज के दिन नया अध्याय लिखा जा रहा है, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व संचालनालय का कार्यालय उज्जैन में खोला जा रहा है।
मुझे इस बात की प्रसन्नता है कि आज के दिन नया अध्याय लिखा जा रहा है, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व संचालनालय का कार्यालय उज्जैन में खोला जा रहा है।
बाबा महाकाल के महालोक की तरह सलकनपुर, ओरछा, दतिया और ओंकारेश्वर के देव स्थानों पर विकास के नए कार्य किए जाएंगे।
मंदिर से जुड़ी हुईं… pic.twitter.com/gNZdsZY3ea
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) August 19, 2024
बाबा महाकाल के महालोक की तरह सलकनपुर, ओरछा, दतिया और ओंकारेश्वर के देव स्थानों पर विकास के नए कार्य किए जाएंगे।
मंदिर से जुड़ी हुईं देव स्थानों का भूमि अलग-अलग स्थानों पर हैं, इन भूमियों का बेहतर प्रबंधन हो, इसके लिए यह कार्यालय बड़ी भूमिका अदा करेगा।
संचालनालय का कार्यालय खुलने के साथ हमने निर्णय किए हैं कि भगवान श्रीराम और भगवान श्रीकृष्ण के चरण प्रदेश के जिन स्थानों पर पड़े हैं, वे स्थान तीर्थ के रूप में विकसित करेंगे।


