- किसान जा रहे थे महाकाल , प्रशासन ने बेरिकेटिंग कर रोका
- पुलिस ने कुछ किसानो को लिया हिरासत में
- मंदिर पहुँचने से पहले ही किसानो को किया गिरफ्तार
- सिंहस्थ क्षेत्र जमीन अधिग्रहण मामले में किसान और सरकार आमने सामने
उज्जैन || मध्यप्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन में वर्ष 2028 में सिंहस्थ महाकुम्भ का आयोजन होना है इस आयोजन के लिए हर बार सरकार किसानो की जमीन का अधिग्रहण करती है , ये अधिग्रहण हर बारह साल में होता है लेकिन इस बार सरकार ने सिंहस्थ महाकुम्भ को लेकर किसानो की जमीन के स्थाई अधिग्रहण का एक प्लान बनाया है जिसके तहत किसानो को अपनी जमीन हमेशा के लिए सिंहस्थ के लिए सरकार को देना होगी , उक्त प्लान से किसान सहमत नहीं है और सरकार की इस योजना का विरोध कर रहे है , किसानो के इस विरोध में उनका साथ कांग्रेस के द्वारा दिया जा रहा है उक्त मामले में एक बार फिर किसानो ने शक्ति प्रदर्शन दिखाया है , बुधवार को किसान कांग्रेस विधायक के नेतृत्व में बाबा महाकाल को ज्ञापन देने पहुंचे |
लेकिन मंदिर पहुँचने के पहले ही किसानो को पुलिस प्रशासन के द्वारा चार धाम मंदिर चोराहे पर ही रोक लिया गया , किसानो के अन्दोलना की जानकारी प्रशासन को पहले से ही थी जिसको ध्यान में रखते हुए पुलिस ने बेरिकेटिंग और पुलिस बल को तैनात कर दिया था |
दरअसल किसान सरकार की लेंड पुलिंग योजना के खिलाफ है और 12 साल में एक बार सिंहस्थ में होने वाले जमीन अधिग्रहण के समर्थन में है लेकिन जमीन के स्थाई अधिग्रहण का विरोध कर रहे है |
किसानो का कहना है की सिंहस्थ के लिए हर बार की तरह इस बार भी अस्थाई अधिग्रहण सरकार द्वारा किया जाता है तो वह सरकार के साथ है लेकिन सिंहस्थ के नाम पर दो हजार किसानो की जमीन को स्थाई रूप से छिना जाता है तो किसान अपनी लड़ाई लड़ेंगे |
आज किसान जब मंदिर दर्शन कर बाबा महाकाल को ज्ञापन देना चाह रहे थे तो प्रशासन ने उन्हें रोक दिया बाद में किसानो के साथ कांग्रेस विधायक और शहर अध्यक्ष ने दूर से ही शिखर दर्शन कर महाकाल को दंडवत प्रणाम किया |
किसानो ने महाकाल के नाम ज्ञापन प्रशासक को सोपा
अपनी मानगो का जो ज्ञापन किसान आज बाबा महाकाल को देने जा रहे थे वह इस ज्ञापन को बाबा तक पहुँचाने में असफल रहे क्योकि मंदिर पहुँचने के पहले ही किसानो को चार धाम मंदिर के चोराहे पर बेरिकेटिंग कर पुलिस के द्वारा रोक लिया गया , करीब दो घंटे तक धरने पर बैठने के बाद किसानो के इस ज्ञापन को लेने के लिए मंदिर प्रशासक प्रथम कौसिक पहुंचे और फिर किसानो के द्वारा ज्ञापन का वाचन कर ज्ञापन दिया गया
आन्दोलन के पहले दो किसानो को लिया हिरासत में
आज किसानो के द्वारा किये जाने वाले प्रदर्शन के पहले पुलिस ने दो किसान नेता को आन्दोलन में शामिल होने से पहले ही हिरासत में ले लिया , वही सेकड़ो किसानो को प्रदर्शन में शामिल होने से वंचित कर दिया लेकिन जितने किसान मोके पर पहुंचे उन्होंने प्रशासन से उनके साथियों छोड़ने की मांग की |

