अतीक और अशरफ की हत्या करने वाले अपराधियों की क्राइम कुंडली पुलिस ने खंगाली है. जांच में सामने आया है कि तीनों पेशेवर अपराधी हैं और डॉन बनने की चाहत में तीनों ने इस वारदात को अंजाम दिया है.
शनि सिंह उर्फ़ पुराने ठाकुर पिता की मौत के बाद से अपराध की दुनिया में आ गया और 16 साल की उम्र से ही ट्रक लूटने जैसी वारदात को अंजाम दिया
अरुण मोर्य भी छोटी उम्र से ही अपराध की दुनिया में आ गया था और जीआरपी थाने में पदस्थ पुलिस कर्मी की हत्या के बाद से फरार था |
लवकेश भी एक लड़की को थप्पड़ मारने के आरोप में जेल जा चूका है |
प्रयागराज. माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या में नया खुलासा हुआ है. पुलिस ने हत्यारों के पास से जो पिस्टल बरामद की है, वो तुर्किये में बनती है. भारत में इस पिस्टल पर प्रतिबन्ध लगा हुआ है.जानकारी यह भी लग रही है कि इसी पिस्टल से पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की भी हत्या की गई थी |उक्त पिस्टल तुर्की में मिलती है और पाकिस्तान के रास्ते भारत में तस्कर की जाती है |
बता दें कि अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के तीनों आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इनसे पूछताछ हो रही है. अतीक और अशरफ की हत्या करने वाले हमलावरों की पहचान लवलेश तिवारी, सनी और अरुण मौर्य के रूप में हुई है. तीनों बाइक सवार बदमाश मीडियाकर्मी बनकर आए थे. पुलिस की जांच में सामने आया है कि तीनों हमलावर अलग-अलग जिलों से आए थे. तीनों 48 घंटे से प्रयागराज में एक होटल में कमरा लेकर रूके थे. पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, लवलेश तिवारी बांदा का रहने वाला है, जबकि अरुण मौर्य हमीरपुर और सनी कासगंज का रहने वाला है. पुलिस की जांच में सामने आया है कि तीनों हत्यारोपियों पर पहले से आपराधिक मामले दर्ज हैं.
बता दें कि जिस तीन पिस्टल का इस्तेमाल अतीक और अशरफ के मर्डर में हुआ वो बेहद घातक हैंड गन है. टर्की मेड ये पिस्तौल दुनिया भर में अपने सटीक शूट के लिए जानी जाती है. इसका नाम जिगाना पिस्टल है. जो तुर्की की कंपनी टिसस बनाती है. इस पिस्टल की कैपेसिटी एक बार में 20 राउंड फायरिंग करने की होती है. यह पिस्टल कैरी करने में भी आसान होती है. साथ ही फायरिंग के वक्त पिस्टल स्थिर रहती है. जिससे निशाना सटीक लगता है. पिस्टल में 9MM की बुलेट इस्तेमाल होती है. भारत में ये जिगाना पिस्टल प्रतिबंधित है, लेकिन ब्लैक मार्किट में 6 से 10 लाख कीमत पर बिकती है.
प्रयागराज में शनिवार (15 अप्रैल) को माफिया ब्रदर्स अतीक अहमद और अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई. रात साढ़े 10 बजे अतीक और अशरफ को उस वक्त गोली मारी गई जब दोनों को मेडिकल जांच के लिए अस्पताल ले जाया जा रहा था. दोनों पर मीडियाकर्मी बनकर आए तीन हमलावरों ने दनादन गोलियां बरसाई थीं. सूत्रों के मुताबिक, अब मर्डर के आरोपियों से शुरुआती पूछताछ में खुलासा हुआ है कि दोनों की हत्या का कनेक्शन पाकिस्तान से हो सकता है.
सूत्रों के मुताबिक, पुलिस को पाकिस्तान से आए हथियार खरीदने वाले गिरोह पर शक है. अतीक से किसी तरह की कोई निजी रंजिश नहीं थी. हत्या के पीछे सुपारी किलिंग का शक जताया जा रहा है. दरअसल, अतीक अहमद और अशरफ को प्रयागराज के अस्पताल में मेडिकल के लिए लाया गया था. मीडियाकर्मी दोनों से सवाल-जवाब कर रहे थे तभी हमलावरों ने गोलियां चला दी. हालांकि, हत्या के तुरंत बाद ही तीनों हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया गया.
हालांकि, माफिया अतीक और उसके भाई अशरफ अहमद की हत्या के बाद यूपी पुलिस और कानून व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं. हत्या को लेकर यूपी पुलिस की नीयत पर अतीक पहले ही सवाल उठा चुका था. योगी सरकार भी एक्शन में नजर आ रही है. दोनों की सुरक्षा में तैनात 17 पुलिसवालों को सस्पेंड किया गया है. हमले के तुरंत बाद पूरे यूपी में धारा 144 लागू कर दी गई. रात ढाई बजे तक सीएम योगी की बड़े अधिकारियों के साथ मीटिंग चलती रही. उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है.
लवलेश ने लड़की को थप्पड़ मारा था जेल गया था ,
अरुण मोर्य ने की थी पुलिस कर्मी की हत्या था फरार
