मऊगंज के बाद देवरी से भाजपा विधायक पुलिस प्रणाली से नाराज : इंदौर से भाजपा विधायक नशे के कारोबार को लेकर पहले ही पुलिस को दे चुके है चेतावनी
सागर | मध्यप्रदेश के सागर जिले की देवरी विधानसभा के विधायक बृज बिहारी पटेरिया ने नाराज होकर विधानसभा अध्यक्ष को इस्तीफा भेज दिया है. दरअसल, बीती रात देवरी विधानसभा के केसली थाने में सुनवाई नहीं होने से स्थानीय विधायक बृज बिहारी पटेरिया नाराज थे. इसके बाद वे थाने के बाहर ही धरने पर बैठ गए और वहीं स े विधानसभा स्पीकर के नाम इस्तीफा लिख दिया. उनका कहना है कि सत्ता पक्ष का विधायक होने के बाद भी सुनवाई नहीं हो रही है.
दरअसल, नाराज भाजपा विधायक बृज बिहारी पटेरिया का कहना है, ” एक व्यक्ति मेरे पास एक शिकायत लेकर पहुंचा था मैंने उसे थाने में एफआईआर दर्ज कराने के लिए कहा था लेकिन जब पीड़ित व्यक्ति थाने पहुंचा, तो उससे पैसों की मांग की गई और पैसे ना देने पर एफआईआर नहीं लिखी गई. एफआईआर लिखने के लिए मैंने खुद थाना प्रभारी, एसडीओपी और सागर एसपी से बात की लेकिन उसके बाद भी एफआईआर नहीं लिखी गई. मेरा कहना था कि एफआईआर लिखी जाए और निष्पक्ष विवेचना की जाए. अगर जानकारी गलत निकले तो कोई कार्रवाई नहीं की जाए. जब एफआईआर नहीं लिखी गयी, तो मैं खुद थाने पहुंचा. मुझे कई तरह की गाइडलाइन बताई गई.”
दो दिन पहले मऊगंज से भाजपा विधायक का अधिकारी के पैर में गिरने का मामला सामने आया
इसके पहले मध्य प्रदेश के मऊगंज से बीजेपी विधायक प्रदीप पटेल की नाराजगी का मामला सामने आया था विधायक अपने क्षेत्र में बढ़ते अपराध नशे के कारोबार और अन्य घटनाओ के बढ़ने से नाराज थे उनका आरोप पुलिस की कार्यशेली को लेकर था प्रदीप पटेल के अनुसार पुलिस अपराधियों पर अंकुश नहीं लगा पा रही है और ऐसा ही माहोल रहा तो अपराधी विधायक पर भी हावी होने लगेंगे , पुलिस की कार्यशेली से नाराज होकर विधायक एएसपी से मिलने पहुंचे थे और उन्होंने अपनी बात को उनके पैरो में गिर कर रखा था | इस घटना से भी प्रदेश की भाजपा सरकार की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े होते है |
अधिकारी के पैरो में गिरने के दोरान आप समझे विधायक जी क्या कह रहे थे विधायक ने कहा- “साहब मुझे गुंडों से मरवा दीजिए।” जान से मरवाने की गुहार लगाते हुए बीजेपी विधायक पुलिस अधिकारी (एएसपी अनुराग) के सामने दंडवत हो गए। इस दौरान विधायक प्रदीप पटेल ने कहा कि इस मामले में कई बार मौखिक और लिखित रूप से पुलिस के बड़े अधिकारियों को शिकायत है, बावजूद इसके पुलिस किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।
इंदौर में कैलाश विजयवर्गी ने पुलिस को दी थी चेतावनी
हालही में इंदौर से भाजपा के विधायक और केबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गी को क्षेत्र की महिलाओ ने नशे के कारोबारियों से परेशान होने की समस्या को लेकर घेर लिया था जिसके बाद कैलाश विजयवर्गी पुलिस पर नाराज होते नजर आए थे और उन्होंने मंच से ही पुलिस को चेतावनी देते हुए कहा था के ये नशे के कारोबार के वह खिलाफ है तीन दिन में यह सब बंद होना चाहिए , कैलाश विजयवर्गी का ये अंदाज काफी चर्चा में आया था |
क्या मोहन सरकार में सब कुछ ठीक नहीं : या पुलिस हो रही हावी
मध्यप्रदेश की अलग अलग विधानसभाओ से भाजपा के ही विधायको की नाराजगी के जो घटना क्रम सामने आ रहे है वह प्रदेश की मोहन सरकार को कटघरे में खड़े करते है , सागर के देवरी के विधायक बृज बिहारी के द्वारा थाने में धरना देने का मामला हो या मऊगंज से बीजेपी विधायक प्रदीप पटेल का अधिकारी के पैरो में गिरने का घटना क्रम या इंदौर में कैलाश विजयवर्गी को महिलाओ के द्वारा घेरने का घटना क्रम हो |
सभी घटनाए किसी विपक्षी नेता के साथ हो तब तो समझ आता है लेकिन यहाँ तो सत्ता में काबिज भाजपा के विधायको के द्वारा ही नाराजगी दिखाई जा रही है जो प्रदेश की मोहन सरकार पर पुलिस के हावी होने के संकेत देती नजर आ रही है , जो दर्शा रही है की सत्ता में होने के बाद भी पुलिस सत्ताधारी पार्टी को विपक्ष के नेताओ की तरह ही व्यवहार कर रही है |
साथ ही प्रदेश में अपराधी के बोल बाले है प्रदेश में कानून व्यवस्था ठीक नहीं है इस बात के संकेत खुद भाजपा के विधायक ही दे रहे है |
इनका कहना ..... इस्तीफा दिए जाने के सवाल पर उन्होंने विधायक बृज बिहरी पटेरिया ने कहा, '' हां मैंने इस्तीफा लिखा है. जब विधायक की ही सुनवाई नहीं हो रही हो, तो ऐसा विधायक रहने से क्या मतलब है? मैं निर्वाचित विधायक हूं और सत्ता पक्ष का विधायक हूं फिर भी सुनवाई नहीं हो रही है.'' बृज बिहरी पटेरिया, भाजपा विधायक
इस पूरे मामले में बीजेपी विधायक ने कहा- क्षेत्र में अपराध बढ़ रहे है चोरी की घटना हो या नशे की बिक्री बढ़ रही है लेकिन कानून मौन है , कई बार मोखिक और लिखित शिकायत के बावजूद कार्यवाही नहीं हो रही प्रदीप पटेल , भाजपा विधायक



