नागदा जंक्शन। चंबल नदी के कैचमेंट एरिया में लगातार गिरते जलस्तर को लेकर अभी तक स्थानीय प्रशासन द्वारा पानी को सहेजने के लिए कोई विशेष प्रबंध नहीं किए गए है जिससे गर्मी के दिनों में जलसंकट की संभावनाओं से इंकार नहीं किया जा सकता है डब्ल्यूआरडी द्वारा जलवाल और टकरावदा तालाब में 50-50 एमसीएफटी पानी संग्रहित होने की बात कहीं जा रही है

लेकिन चंबल नदी से रेलवे, नगरपालिका नागदा एवं खाचरौद, ग्रेसिम के अलावा 22 गांवों के लिए प्रतिदिन लगभग 2.5 से 3 एमसीएफटी पानी की खपत हो रही है वहीं चंबल नदी के किनारे पर बसे गांव में प्रतिदिन सिंचाई में पानी उपयोग किया जा रहा है जिससे चंबल नदी का जलस्तर लगातार गिरता जा रहा है अब ग्रेसिम उद्योग प्रबंधन द्वारा पाईप लाईन के माध्यम से टकरावदा तालाब के पानी को चंबल नदी में शिफ्ट करने की तैयारियां की जा रही है जिससे काफी हद तक पेयजल की समस्या का समाधान होगा।
