दिल्ली की एयर क्वालिटी क्रिटिकल यानी सबसे खतरनाक स्तर पर पहुंच गई है। सोमवार (6 नवंबर) को दिल्ली में ओवरऑल एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 470 दर्ज किया गया। यह वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) की पॉल्यूशन की लिमिट से 20 गुना ज्यादा है। WHO के मुताबिक, 0 से 50 के बीच का AQI को सुरक्षित माना गया है।
इस बीच आज दिल्ली सरकार ने आज हाई लेवल मीटिंग बुलाई है। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बताया कि मीटिंग में खराब एयर क्वालिटी और ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान के चौथे फेज (GRAP-IV) का सख्ती से पालन करवाने का प्लान तैयार होगा।
वहीं, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने रविवार को कहा कि प्रदूषण की कोई सीमा नहीं होती है। उन्होंने कहा कि पंजाब की खराब हवा हरियाणा में भी प्रदूषण फैला रही है। शनिवार को भी उन्होंने भगवंत मान सरकार पर हरियाणा में प्रदूषण फैलाने का आरोप लगाया था।
आज ऑफिस वर्कर्स को मिल सकती है वर्क फ्रॉम होम की मंजूरी
जहरीली हवा को लेकर कमीशन फॉर एयर क्वॉलिटी मैनेजमेंट CAQM ने दिल्ली-एनसीआर की राज्य सरकारों को सरकारी और प्राइवेट ऑफिस में 50% कर्मचारियों को बुलाने की अपील है। बाकी 50% कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होने देने की सलाह दी है। दिल्ली सरकार की हाई लेवल मीटिंग में इसकी अनुमति दी जा सकती है।
