पंजाब || 556वां प्रकाश गुरु पर्व श्रद्धा भाव के साथ देश और विदेश में मनाया जा रहा है, अमृतसर में गुरुद्वारों को फूलों से सजाया गया।सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव जी का 556वां प्रकाश गुरु पर्व आज देश और विदेश में धार्मिक उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। गुरु नानक का जन्म पिता मेहता कालू और माता त्रिप्ता के घर 1469 में कार्तिक महीने की पूर्णिमा के दिन लाहौर के पास राय भोई की तलवंडी में हुआ था। राय भोई की तलवंडी अब लाहौर के ननकाना साहिब के रूप में जाना जाता है।
श्री गुरु नानक देव जी एक महान आध्यात्मिक गुरु थे। उन्होंने अपना जीवन लोगों को ईश्वर और एक ईमानदार, दयालु तथा मददगार जीवन जीने के महत्व के बारे में सिखाने के लिए समर्पित कर दिया। उनकी शिक्षाएं उनके समय में जाति व्यवस्था जैसी सामाजिक समस्याओं के विरुद्ध थीं। गुरु नानक देव जी ने कहा कि सभी मानव जाति एक समान है। पंजाब के अमृतसर में अन्य गुरुद्वारों और श्री हरिमंदिर साहिब को फूलों से सजाया गया है। सरोवर में पवित्र डुबकी लगाने के बाद भक्तगण गुरु नानक देव जी को श्रद्धा सुमन अर्पित कर रहे हैं। गुरुबानी के बीच लंगर का भी आयोजन किया गया है।
श्री हरिमंदिर साहिब, श्री अकाल तख़्त साहिब और गुरुद्वारा बाबा अटल राय में श्रद्धालुओं के लिए सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक गुरु नानक देव जी से संबंधित पवित्र प्रदर्शनी का आयोजन होगा। शाम को पवित्र ग्रंथों का पाठ, दीपमाला और प्रदूषण मुक्त आतिशबाजी का प्रदर्शन किया जाएगा।
इसके पहले, गुरु नानक देव जी के जन्मस्थान श्री ननकाना साहिब पर श्रद्धा सुमन अर्पित करने के लिए कल सिख श्रद्धालुओं का जत्था अमृतसर की अटारी सीमा से होकर पाकिस्तान के लिए रवाना हुआ। श्री हरिमंदिर साहिब के प्रमुख ग्रंथी ज्ञानी रघबीर सिंह ने श्रद्धालुओं को इस पवित्र दिन की बधाई दी।
