रिपोर्ट:- सचित बाहेती धार ( बदनावर)
बदनावर। नगर के होनहार छात्र स्नेह राज सिंह पवार उम्र 23 वर्ष जो की शासकीय देवी अहिल्या महाविद्यालय थर्ड ईयर के छात्र हैं। पवार ने 21 फरवरी सै 24 फरवरी को बठिंडा में आयोजित ऑल इंडिया पावरलिफ्टिंग इंटर यूनिवर्सिटी ने देश में आठवां स्थान प्राप्त कर बदनावर नगर को गौरवान्वित किया है। इस प्रतियोगिता में देशभर के 80 से अधिक खिलाड़ियों ने सहभागिता कि थीं।
पावरलिफ्ट्स के रूप में जानी जाने वाली तीन लिफ्ट है। स्क्वाट, बेंच प्रेस और डेडलिफ्ट हैं। पावरलिफ्टिंग प्रतियोगिता में प्रत्येक लिफ्टर को तीन स्क्वैट्स, तीन बेंच प्रेस और तीन डेडलिफ्ट्स करने का मौका दिया जाता है। लिफ्टर स्क्वाट, बेंच प्रेस और डेडलिफ्ट के प्रत्येक प्रयास पर अधिकतम भार उठा सकता है ।
पवार ने बताया कि पावर लिफ्टिंग का शोक मेरा बचपन से ही हैं। पर गति कोरोना काल में मिली, कोरोना में घर बैठे बैठे शरीर का वजन बढ़ने लगा था। लाकडाउन खुलने कै बाद मैंने जिम जाना शुरू किया वहीं से वजन उठाने लगा, सब मुझे वजन उठाते देख हैरानी की निगाह से देखते थे पर मुझे बहुत ही आसान लगता था और वजन आसानी से उठा लेता था। तभी से मन में पावर लिफ्टिंग का खेल घर कर गया। 2021 में जिला डिस्ट्रिक्ट कंपटीशन रेड बुल जिम में आयोजित हुआ था, जिसमें 50 प्रतिभागियों ने भाग लिया था यहां पर 105 कैटेगरी में मेने पहला गोल्ड मेडल जीता था।
दूसरा टूर्नामेंट देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी इंदौर में आयोजित हुआ था संभाग स्तरीय पावर लिफ्टिंग प्रतियोगिता में 93 से 105 कैटेगरी में दुसरा गोल्ड मेडल जीता था। जूनियर चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता स्टेट चैंपियनशिप में एक कांस्य एवं एक सिल्वर मेडल भी अपने नाम किया है। इन सब मुकाबलों के बाद में उदयपुर में नेशनल टूर्नामेंट खेलने के लिए गया था जहां पर 105 कैटेगरी में हार का सामना करना पड़ा, पर इस हार सै भी में हार नहीं मानूंगा। मुझे देश के लिए खेलना हे और मेडल भी लाना है। उसके लिए मैं जी जान से मेहनत करता रहूंगा।
स्नेहराज सिंह के पिता लक्ष्मण सिंह पवार बताते हैं कि जनवरी 2020 की बात है घर के अंदर बाइक खड़ी हुई थी मैंने स्नेहाराज को बोला कि बाइक उठाकर बाहर रख दो हालांकि मेरा तात्पर्य गाड़ी को बाहर खड़ी करने का था उठाने का नहीं। पर स्नेहन राज ने बाइक को अपने दोनों हाथ से उठाकर बाहर रख दी शुरुआत में स्नेह की मां और हम देख कर अचंभित हो गए एवं इस प्रकार के कार्य नहीं करने की बात कही थी। पर स्नेह राज का लगाव तो पावर लिफ्टिंग में था। में एवं मेरा पूरा परिवार स्नेहराज को एक बार देश के लिए खेलते देखना चाहते हैं।
संसाधनों के अभाव में प्रतिभावान बच्चे भी आगे नहीं बढ़ पाते
स्नेहराज़ सिंह पवार ने बताया कि बदनावर जैसी छोटी जगह में भी प्रतिभाओं की कमी नहीं है। पर संसाधन के अभाव में यहां के बच्चे अपनी प्रतिभा को निखार नहीं पाते हैं। मैं उद्योग मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव एवं प्रशासन से मांग करता हूं कि बदनावर में पावर लिफ्टिंग के लिए जगह एवं संसाधनों को उपलब्ध करवाया जाए ताकि यहां के बच्चे बदनावर का नाम देश में रोशन कर सकें आज के समय में हर कोई युवा क्रिकेटर बनना चाहता है। पर क्रिकेट मै कंपटीशन बहुत अधिक हैं। कई खिलाड़ी जीवन भर मेहनत करने के बाद भी सफल नहीं हो पाते पावर लिफ्टिंग में सफल होने के चांस बहुत ज्यादा होते हैं। मेरा सपना है कि मैं बदनावर का नाम राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर गोल्ड मेडल जीतकर रोशन करू।
