उज्जैन || सोमवार को उज्जैन में भगवान महाकालेश्वर की दो सवारियां सात घंटे के अंतराल में निकेंगी। यह विशेष संयोग इसलिए है क्योंकि इस बार कार्तिक माह की दूसरी सवारी और वैकुंठ चतुर्दशी एक ही दिन पड़ रहे हैं। महाकाल मंदिर प्रबंधन के अनुसार, रविवार आधी रात के बाद ही चतुर्थी तिथि शुरू हो जाएगी। इस वजह से शाम 4 बजे कार्तिक माह की दूसरी सवारी निकलेगी। इसमें भगवान महाकालेश्वर श्री चंद्रमौलेश्वर स्वरूप में रजत पालकी में विराजमान होकर भक्तों को दर्शन देंगे। इसके बाद रात 11 बजे हरिहर मिलन की सवारी मंदिर से निकाली जाएगी।
मंदिर प्रबंध समिति ने बताया कि पूजन और आरती के बाद पालकी राजसी ठाठ-बाट के साथ मंदिर से निकलेगी। बाहर पुलिस दल भगवान को सलामी देगा। सवारी में बैंड, घुड़सवार और पालकी शामिल होगी। सवारी शाम करीब 7 बजे वापस महाकाल मंदिर पहुंचेगी।
