बिहार | देश में हुनर की कोई कमी नहीं है अब इस हुनर के लिए आपको डिग्री की जरूरत नहीं है , क्योकि भारत में टैलेंट की कमी नहीं है. जरुरी नहीं है कि यह टैलेंट सिर्फ उसी के पास हो जिसने महंगे स्कूल-कॉलेज से पढ़ाई की हो. भारत में ऐसे लोग टैलेंट की खदान हैं, जो मेहनत-मजदूरी कर जीवन यापन करते हैं. बिहार के समस्तीपुर में रहने वाले बीस साल के मोहम्मद रियाज का नाम ऐसे ही लोगों में गिना जाता है. मोहम्मद रियाज एक गैराज में कार धोने का काम करते हैं. लेकिन कार धोते-धोते गैराज में रखे कबाड़ से उसने ऐसी बाइक बना डाली, जिसकी चर्चा पूरे देश में हो रही है.
20 वर्षीय मोहम्मद रियाज का टेलेंट आज उन्हें मशहूर कर रहा है. समस्तीपुर के पटोरी गांव में रहने वाले इस युवक ने कबाड़ से अनोखी बाइक बनाई है. रियाज एक कार वॉशिंग सेंटर में काम करता है. वहां फेंके गए कबाड़ से उसने इलेक्ट्रिक बाइक बनाई है. ये बाइक बैटरी से चलती है. एक बार चार्ज होने पर ये पचास किलोमीटर दौड़ सकती है. बताया जा रहा है कि आने वाले समय में ये बाइक ग्रीन मोबिलिटी को बढ़ावा देगी.
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एक घंटे में 40 किलोमीटर का सफ़र तय करती है रियाज की बाइक
कबाड़ से बनाई गई इस बाइक को देखने दूर-दूर से लोग आ रहे हैं. बात अगर इस बाइक के स्पीड की करें तो ये चालीस किलोमीटर प्रति घंटा दौड़ती है. इस बाइक को एक बार फुल चार्ज करने पर ये पचास किलोमीटर तक चलेगी. इस बाइक पर दो लोग आराम से बैठ सकते हैं. रियाज ने बाइक को चलाकर भी दिखाया. मोहम्मद रियाज के मुताबिक़, इस बाइक पर बैठकर आपको बुलेट सा अहसास होगा.
