मुंबई| महाराष्ट्र के नांदेड़ में डॉ. शंकरराव चव्हाण मेडिकल कॉलेज एवं सरकारी अस्पताल में मौतों का सिलसिला जारी है। बीते 72 घंटे में 38 लोगों की जान गई है। गुरुवार को नांदेड़ मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में 21 साल की महिला और उसके नवजात शिशु की मौत पर नांदेड़ ग्रामीण पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है।
इधर, बॉम्बे हाई कोर्ट ने नांदेड़ और छत्रपति संभाजीनगर के सरकारी अस्पतालों में मौतों को गंभीरता से लिया है। कोर्ट ने राज्य सरकार को नोटिस जारी करते हुए कहा- अस्पतालों में दवाओं की कमी होने का कारण हमें मंजूर नहीं है। कोर्ट ने राज्य सरकार से गुरुवार तक हेल्थ बजट का ब्योरा मांगा है। इस मामले पर आज फिर सुनवाई होगी।
अस्पताल की बदहाली को लेकर सरकार में ही मतभेद सामने आया है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सब ठीक होने का दावा किया है। वहीं, चिकित्सा शिक्षा मंत्री हसन मुश्रीफ ने स्टाफ की कमी की बात मानी है। विपक्ष ने भी अस्पताल में दवाओं व स्टाफ की कमी और उपकरण बंद होने के आरोप लगाए हैं। महाराष्ट्र सरकार ने जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति गठित की है। समिति ने मंगलवार से ही काम शुरू कर दिया है।
