उज्जैन | धार्मिक नगरी उज्जैन में श्रावण माह की शुरुवात होने का अहसास होने लगा है श्रावन माह के दुसरे दिन ही महाकाल की नगरी में कावड़ यात्रियों ने दस्तक देना शुरू कर दी है , श्रावण मास के दूसरे दिन बुधवार को प्रति वर्ष की तरह इस वर्ष भी त्रिवेणी संगम से समर्पण कावड़ यात्रा निकली। यात्रा में 101 गांव से हजारों श्रद्धालु शामिल हुए। यात्रा को लेकर पूरा शहर शिव की आस्था में डूबा नजर आया , चारो तरफ बोल बम के जयकारे गूंज रहे थे । शिव भजनों की ताल पर भक्त झूमते हुए कावड़ लेकर उज्जैन की और बढ़ते दिखाई दे रहे और कावड़ यात्री महाकाल मंदिर पहुंच रहे ।
15 वर्ष से लगातार सावन माह में महामंडलेश्वर ईश्वरानंदजी महाराज (श्री उत्तम स्वामीजी) के सानिध्य में निकलने वाली यात्रा 11 बजे शुरू हुई। त्रिवेणी स्थित शनि मंदिर पर भगवान शनिदेव के पूजन एवं मां शिप्रा, नर्मदा का पूजन कर यात्रा प्रारंभ की गई।
कावड़ यात्रा नानाखेड़ा,टावर चौक, देवास गेट, दौलतगंज चौराहा, कंठाल चौराहा, गोपाल मंदिर होते हुए महाकाल मंदिर पहुंची। कावड़ यात्रा में 5000 से अधिक कावड़ यात्री सम्मिलित रहे जिसमे महिला पुरुष और बच्चे भी साथ सात पैदल कावड़ लेकर निकले। कावड़ यात्रा में अखिल भारतीय गुरु भक्त मंडल के अध्यक्ष तपन भौमिक, ओम जैन, सोनू गेहलोत शामिल रहे।

