इंदौर \उज्जैन : हनुमान जन्मोत्सव पर मंगलवार को इंदौर के दो प्राचीन मंदिरों में हनुमानजी का अद्भुत श्रृंगार हुआ। रणजीत हनुमान मंदिर में रणजीत बाबा को काठियावाड़ी पोशाक पहनाई तो वीर अलीजा सरकार में भगवान का स्वर्ण आभूषणों से श्रृंगार किया। मंदिरों में सुबह ही भक्तों का ताता लगना शुरू हो गया। सुबह 6 बजे भगवान की जन्मोत्सव आरती की गई। बड़ी संख्या में शामिल भक्तों ने भगवान का जयघोष किया। पूरे भक्तिभाव के साथ भक्तों ने हनुमानजी के दर्शन कर आशीर्वाद लिया।
इधर उज्जैन में बाबा महाकाल को दिया अंजली पुत्र स्वरुप
विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में मंगलवार तड़के भस्म आरती के दौरान चार बजे मंदिर के कपाट खोले गए। जल से भगवान महाकाल का अभिषेक करने के पश्चात दूध, दही, घी, शक्कर, शहद, फलों के रस से बने पंचामृत से पूजन किया गया। भांग, चंदन, सूखे मेवों और आभूषणों से बाबा महाकाल का हनुमान जी के स्वरूप श्रृंगार किया गया।
इस दौरान भगवान महाकाल को त्रिशूल और चंद्र अर्पित कर भस्म चढ़ाई गई। शेषनाग का रजत मुकुट, रजत की मुंडमाल और रुद्राक्ष की माला के साथ सुगंधित पुष्प से बनी माला धारण की। फल और मिष्ठान का भोग लगाया।
भस्म आरती में बड़ी संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल का आशीर्वाद लिया। महा निर्वाणी अखाड़े की और से भगवान महाकाल को भस्म अर्पित की गई। मान्यता है कि भस्म अर्पित करने के बाद भगवान निराकार से साकार रूप में दर्शन देते हैं।
