उज्जैन मध्यप्रदेश की धार्मिक राजधानी उज्जैन में इन दिनों शिप्रा के शुद्धि को लेकर सवाल खड़े होने लगे है , हालही में दो से तीन बार शिप्रा में शहर के सीवरेज का पानी मिलने का मामला सामने आया था जिसको लेकर नाले मिलने के दोरान कांग्रेस विधायक महेश परमार विरोध करने पहुचे थे और शिप्रा में मिलते नालो को देखे अपना दुःख व्यक्त किया था , की किस तरह गंदे पानी में श्रद्धालु स्नान करने को मजबूर है और खुद ने भी मेले पानी में स्नान कर विरोध जताया था | उक्त मामला प्रदेश स्तर पर हंगामा खड़ा करने वाला बन गया था |
इधर आज उज्जैन आए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव कांग्रेस विधायक के विरोध का जवाब देते नजर आए और सुबह शिप्रा के दत्त अखाड़ा घाट पहुंच गए। उन्होंने नदी में डुबकी लगाई, तैराकी भी की। आचमन के बाद सीएम ने कहा, ‘उज्जैन की पहचान मां क्षिप्रा से है। हमारी परंपरा है स्नान के बाद तीर्थ की महत्ता बढ़ाएं, लेकिन बड़ा दुख होता है कि कुछ लोग मां शिप्रा पर प्रश्न करते हैं।’
दरअसल आज प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव अपने गृह जिले की लोकसभा सीट पर प्रत्याशी के लिए प्रचार करने आए थे इसी दोरान उन्होंने सबसे पहले अपने प्रचार की शुरुवात शिप्रा में स्नान कर के शुरू की , इसके बाद वह वार्ड 38 में घर घर वोट की अपील करने पहुचे | इसदोरान जगह जगह कार्यकर्ताओ ने मंच बनाकर उनका स्वागत भी किया वही भाजपा कार्यलय पर कार्यकर्ताओ को मुख्यमंत्री ने संबोधित भी किया |


