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Mukesh Ambani, billionaire and chairman and managing director of Reliance Industries Ltd., pauses during a panel session at the World Economic Forum (WEF) in Davos, Switzerland, on Tuesday, Jan. 17, 2017. World leaders, influential executives, bankers and policy makers attend the 47th annual meeting of the World Economic Forum in Davos from Jan. 17 - 20. Photographer: Simon Dawson/Bloomberg via Getty Images
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मुकेश अंबानी ने लगातार तीसरे साल नहीं ली सैलरी

नई दिल्ली, : भारत के सबसे अमीर शख्स और रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने लगातार तीसरे साल कोई सैलरी नहीं ली। यानी वे पिछले तीन साल से बिना किसी वेतन के अपनी कंपनी में काम कर रहे हैं। कोविड महामारी के चलते जब अर्थव्यवस्था और बिजनेस प्रभावित हो रहे थे, तब कंपनी हित में मुकेश अंबानी ने स्वेच्छा से अपना वेतन छोड़ दिया था। रिलायंस की वार्षिक रिपोर्ट में बताया गाय है कि वित्त वर्ष 2022-23 में अंबानी का पारिश्रमिक शून्य था।

विगत तीन वर्षों में रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर की भूमिका के लिए मुकेश अंबानी ने वेतन के अलावा किसी भी प्रकार के भत्ते, अनुलाभ, सेवानिवृत्ति लाभ, कमीशन या स्टॉक ऑप्शनंस का लाभ भी नहीं लिया। इससे पहले व्यक्तिगत उदाहरण पेश करते हुए अंबानी ने अपनी सैलरी 15 करोड़ रु तक सीमित कर दी थी। वे 2008-09 से 15 करोड़ की सैलरी ले रहे थे।

रिलायंस इंडस्ट्रीज में निखिल मेसवानी की सैलरी वित्त वर्ष 2022-23 में पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले 1 करोड़ रु बढ़कर 25 करोड़ रु सालाना पहुंच गई। 25 करोड़ रु वार्षिक वेतन पर हितल मेसवानी भी कंपनी में काम कर रहे हैं। ऑयल और गैस बिजनेस से जुड़े पी एम प्रसाद का वेतन 2021-22 में 11.89 करोड़ था जो 2022-23 में बढ़कर 13.5 करोड़ हो गया।

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