उज्जैन | मध्यप्रदेश के इंदौर शहर के बाद अब उज्जैन में एक रिटायर्ड बैंक कर्मी के साथ डिजिटल अरेस्ट के नाम पर सायबर ठगी की घटना होना सामने आई है | उज्जैन में रिटायर्ड बैंक अधिकारी से ऑनलाइन ठगी करने में माहिर आरोपियों ने 50 लाख से ज्यादा की ऑनलाइन ठगी हो गई। बदमाशों ने CBI अफसर बनकर रिटायर्ड सीनियर सिटिजन को फोन किया। उनके बैंक अकाउंट से मनी लॉन्ड्रिंग और अवैध लेन-देन की बात कही। गिरफ्तारी का डर दिखाकर दो दिन तक घर में ही अरेस्ट (डिजिटल अरेस्ट) किया। फिर 50 लाख 71 हजार रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर करवा लिए।
खुद के साथ धोखाधड़ी का शक होने पर डरे सहमे बुजुर्ग रिटायर्ड अधिकारी ने शनिवार को उज्जैन के माधव नगर थाने में पहुच कर पुलिस को खुद के साथ हुए घटनाक्रम की जानकारी दी और प्रकरण दर्ज करवाया । ठगी के शिकार होने वाले राकेश कुमार जैन सेठीनगर के पास नीरा हवेली में रहते है और स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया में मैनेजर पद से रिटायर हुए हैं। उनकी पत्नी साथ रहती है। दो बेटे उज्जैन के बाहर जॉब करते है।
क्या होता है डिजिटल अरेस्ट इस वीडियो के माध्यम से जाने
रिटायर्ड बैंक कर्मी के साथ कैसे हुई लाखो की ऑनलाइन ठगी
माधव नगर थाना पुलिस ने बताया- 7 अगस्त की सुबह 11:39 बजे राकेश कुमार जैन के पास सीबीआई अधिकारी के नाम से मोबाइल नंबर 8653891750 से फोन आया। फर्जी अफसर ने उनसे पूछा कि आप वर्तमान में इस मोबाइल के अलावा और कितने मोबाइल नंबर का यूज करते हैं। इस पर उन्होंने कहा कि इस नंबर के अलावा कोई दूसरा नंबर नहीं है।
राकेश कुमार के जवाब के बाद ठग ने कहा- आपके मोबाइल नंबर को हम तत्काल ब्लॉक कर रहे हैं। राकेश के मना करने पर उसने कार्रवाई के नाम पर फोन दूसरे नंबर पर ट्रांसफर कर दिया। दूसरे ठग ने भी अपना नाम राकेश कुमार बताते हुए कहा- मैं साइबर क्राइम विभाग मुंबई से बोल रहा हूं। आपके आधार कार्ड नं. से एचडीएफसी बैंक मुंबई में एक खाता खोला गया है। उस खाते से करोड़ों रुपए की मनी लाँड्रिंग और अवैध लेन-देन हुआ है। आपकी आईडी से खाता खोला गया है, इसलिए आप संदिग्ध व्यक्ति हैं।
वारदात के बाद फोन पर भेजा डिजिटल अरेस्ट का लेटर
आरोपियों ने रिटायर्ड बैंक अधिकारी की पारिवारिक और बैंक खातों की जानकारी ली। फिर किसी अशोक गुप्ता का नाम लेकर खातों से करोड़ों रुपए की मनी लॉड्रिंग होने की बात कही। ये भी कहा कि हमें सही अपराधी को पकड़ना है, आप हमें सहयोग करें। इस घटना के बारे में किसी को भी न बताएं अन्यथा आप परेशानी में पड़ जाएंगे। ठगों ने ये भी कहा कि आपका मोबाइल नंबर ट्रेस हो रहा है।

इसके बाद किसी फर्जी सीनियर सीबीआई अधिकारी मोहित हांड से 80932-73624 नंबर पर बात करवाई। उन्होंने वाट्सअप पर डिजीटल अरेस्ट का लेटर भेजा। बताया कि सुप्रीम कोर्ट और आरबीआई के नियमों के तहत ये जानकारी अन्य किसी को साझा नहीं करनी है। तीन साल जेल जाने की धमकी दी। इसके बाद उन्होंने वीडियो कॉल पर और स्काइप पर रहने को कहा। किसी से भी फोन पर बात करने भी मना कर दिया।
इंदौर के रिटायर्ड बैंक अफसर को डिजिटल अरेस्ट कर 39.60 लाख ठगे
उज्जैन की घटना के पहले यही मामला इंदौर के रिटायर्ड बैंक अफसर के साथ भी घटित हुआ है , इस मामले में भी बदमाशों ने कई घंटे तक डिजिटल अरेस्ट करके रखा। उन पर स्काइप एप के जरिए कैमरा ऑन करके पूरी नजर रखी गई। इतना ही नहीं बच्चों की तस्करी में नाम आने की धमकी देकर ईडी की गिरफ्तारी के नाम से डराया। इसके बाद 39.60 लाख रुपए अलग-अलग अकाउंट में ऑनलाइन जमा कराए। लसूड़िया पुलिस ने गुरुवार को इस मामले में केस दर्ज किया है।



