इंदौर | मध्यप्रदेश में घोटालो के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे है , एक के बाद एक कई घोटाले अब तक प्रदेश में सामने आ चुके है , अब एक ऐसा घोटाला हुआ है जिसकी चर्चा पुरे इंदौर में चल रही है की आखिर इसका मास्टर माइंड कौन
इंदौर नगर निगम में काम करने वाले ठेकेदार के द्वारा फर्जी बिल के माध्यम से निगम से करोडो रूपये के बिल पास करवा लिए है ,ठेकेदार ने जिन कामो के बिल पास करवाए है उसका काम किसी और कम्पनी को मिला था बावजूद ठेकेदार ने उन कामो की फाइल अधिकारी कर्मचारी की सांठ गाठ से चला कर 28 करोड़ के बिलों का भुगतान प्राप्त कर लिया है , वही चर्चा तो यह भी है की ये आंकड़ा और भी बढ़ सकता है |
इंदौर नगर निगम में हुआ फर्जी बिल घोटाले में एक के बाद एक बड़े खुलासे हो रहे हैं। पुलिस ने जिन 16 फाइलों को बरामद किया था, उनमें 20 करोड़ का घपला सामने आने के बाद 3 केस और दर्ज करने की तैयारी है। पुलिस को आशंका है कि आरोपी ठेकेदार विदेश भाग सकते हैं। लिहाजा वह जल्द ही रेड कॉर्नर नोटिस जारी करेगी।
डीसीपी जोन-3 पंकज पांडे ने बताया कि फरार आरोपियों की तलाश में टीम लगातार दबिश दे रही है। पुलिस ने फाइलों की स्क्रूटनी करने के साथ ही आरोपियों के रिश्तेदारों, दोस्तों और परिचितों के कई ठिकानों को भी चिह्नित कर लिया है।
इधर शुक्रवार को हाई कोर्ट ने इस घोटाले में आरोपी ठेकेदार मोहम्मद सिद्दिकी की अग्रिम जमानत खारिज कर दी। साथ ही सरेंडर करने के भी आदेश दिए। पुलिस ने कोर्ट में कहा कि सभी आरोपी ठेकेदार पकड़ में आएंगे तो यह घोटाला 100 करोड़ रुपए का भी हो सकता है। मामले में पुलिस की ओर से हाई कोर्ट में शासकीय अधिवक्ता राजेश जोशी ने पैरवी की।
