उज्जैन | प्रख्यात कथावाचक मोरारी बापू शनिवार को विशेष ट्रेन से उज्जैन पहुंचे। यहां उन्होंने बाबा महाकाल का अभिषेक-पूजन किया। कहा कि मंदिरों में वीआईपी कल्चर खत्म होना चाहिए। यहां दर्शन-पूजन करने आए आम लोगों को प्राथमिकता मिलनी चाहिए।
बापू ने बताया कि उनकी यात्रा का उद्देश्य देश में एकता बनाए रखना और राष्ट्र कल्याण है। मणिपुर में रामकथा का प्रोग्राम था, लेकिन वहां के हालात देखकर इसे निरस्त करना पड़ा। वहां महिलाओं के साथ हो रही घटनाओं से पूरे देश का सिर शर्म से झुक गया।
मोरारी बापू 12 ज्योतिर्लिंग मंदिरों में जाकर रामकथा सुना रहे हैं। वे श्रद्धालुओं के साथ विशेष ट्रेन से यात्रा पर हैं। ऋषिकेश से शुरू हुई यात्रा शनिवार को उज्जैन पहुंची। यहां रेलवे स्टेशन पर मोरारी बापू का स्वागत किया गया। उन्होंने महाकाल मंदिर के पास स्थित सरस्वती स्कूल में सुबह 10 बजे से दोपहर 1.30 बजे तक रामकथा सुनाई।
