इंदौर | मध्यप्रदेश के इंदौर शहर ने एक नया रिकार्ड इस बार के लोकसभा चुनाव में भी बनाया है यह देश के अन्य राज्यों और लोकसभा सीट की तुलना में सर्वाधिक वोट NOTA को मिले है |
इंदौर लोकसभा सीट के चुनाव में NOTA ने इतिहास रच दिया। देश में पहली बार किसी सीट पर NOTA को 2.18 लाख वोट मिले हैं। मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में बंपर वोट पड़ा है। यह अब तक हुए चुनावों में किसी भी परिणाम से ज्यादा हैं। पिछले चुनावों में NOTA को सिर्फ 5 हजार और कुछ वोट मिलते आए थे। साथ ही नतीजे ने देश में NOTA को सबसे ज्यादा वोट मिलने का बिहार का रिकॉर्ड भी तोड़ दिया है।
NOTA क्या होता है, कितना असरकारक..
- 2013 में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर NOTA (उपरोक्त में से कोई नहीं) का इस्तेमाल शुरू। कोई भी प्रत्याशी पसंद नहीं तो NOTA दबा सकते हैं वोटर।
- चुनाव आयोग के मुताबिक, NOTA के वोट गिने जाएंगे, लेकिन इसे रद्द श्रेणी में ही रखेंगे। 100% मत NOTA को आए तो ही रीपोलिंग का प्रावधान, वर्ना कोई मायने नहीं।
इंदौर के खजराना में नोटा को सबसे ज्यादा वोट
मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में नोटा को बंपर वोट मिले हैं। पूर्व मंत्री और बीजेपी विधायक महेंद्र हार्डिया की सीट इंदौर-5 में सबसे ज्यादा 53 हजार 133 वोट मिले हैं। खजराना और आजाद नगर मुस्लिम बहुत क्षेत्र आते हैं। इसके बाद सबसे ज्यादा वोट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय की सीट इंदौर 1 में 31 हजार 835 आए हैं। यहां चंदन नगर मुस्लिम क्षेत्र है।
इसके अलावा रमेश मेंदोला की सीट इंदौर 2 में 21 हजार 330 वोट, इंदौर 3 में 23 हजार 618, इंदौर 4 में 22 हजार 956, राऊ में 28 हजार 626, देपालपुर में 17 हजार 771, सांवेर में 19 हजार 086 वोट नोटा को गए हैं।
