भोपाल | मध्यप्रदेश में 03 दिसंबर को चुनाव परिणाम आना है क्योकि इस दिन पांच राज्यों में हुए चुनाव के परिणामो के लिए मतगणना शुरू होगी , लेकिन मध्यप्रदेश के बालाघाट जिले में एक चोकाने वाला मामला सामने आया है
यह चुनाव के नतीजों से पहले बालाघाट में सोमवार को स्ट्रांग रूम में बैलेट पेपर से छेड़छाड़ का कथित वीडियो सामने आया है। इसमें कुछ कर्मचारी मत पत्रों को इकट्ठा करते दिख रहे हैं। इस मामले में कांग्रेस की शिकायत के बाद चुनाव आयोग ने पोस्टल बैलेट के नोडल अधिकारी हिम्मत सिंह को निलंबित कर दिया है।
वीडियो सामने आने के बाद मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के चुनाव प्रभारी जेपी धनोपिया चुनाव आयोग पहुंचे थे। उन्होंने कलेक्टर गिरीश कुमार मिश्रा को हटाने की मांग की है। इधर, बालाघाट एसडीएम ने कहा कि लिफाफे में बंद मत पत्रों के 50-50 बंडल बनाए जा रहे थे। ये रुटीन प्रोसेस हैं।
प्रदेश कांग्रेस ने मतगणना में गड़बड़ी की आशंका जताई है। बालाघाट जिले में कर्मचारियों, दिव्यांगों, बुजुर्गों ने बैलेट पेपर के जरिए वोट डाले थे। ये मत-पत्र ट्रेजरी ऑफिस में रखे हैं।
बालाघाट कलेक्टर गिरीश कुमार ने ट्वीट किया
बालाघाट विधानसभा- 111 के डाक मत पत्र के शॉर्टिंग के लिए विधानसभा में विभिन्न दलों के प्रतिनिधियों को भी जानकारी दी गई थी। उनकी उपस्थिति में हुए कार्य के बाद स्ट्रांग रूम बंद करते समय पंचनामा भी बनाया गया था। जिस पर राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि के हस्ताक्षर किए गए हैं।
मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रतिनिधि मंडल ने निर्वाचन पदाधिकारी से की शिकायत
बालाघाट के क्षेत्रीय कांग्रेस नेताओं ने इसका वीडियो प्रदेश कांग्रेस कमेटी को भेजा। निर्वाचन आयोग कार्य के प्रभारी जेपी धनोपिया ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन से बालाघाट कलेक्टर गिरीश कुमार मिश्रा को हटाने की मांग की है। उन्होंने बताया कि पहले ही कांग्रेस ने काउंटिंग में गड़बड़ी की आशंका जताई थी। बालाघाट में तय तिथि से पहले ही कर्मचारियों ने मतपत्र खोले हैं। ऐसे कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
धनोपिया ने कहा कि कलेक्टर गिरीश कुमार मिश्रा ने कैसे स्ट्रांग रूम खुलवा दिया और पोस्टल बैलट कर्मचारियों के हवाले कर दिए। वीडियो में कर्मचारी पोस्टल बैलेट की गड्डियां बनाते दिख रहे हैं। यह गंभीर मामला है। उन्होंने आरोप लगाया कि इस काम में कलेक्टर और विधायक गौरीशंकर बिसेन की मिलीभगत है।
एसडीएम बोले- लोगों को गलतफहमी हो गई
एसडीएम गोपाल सोनी ने बताया कि पोस्टल बैलेट के लिए बनाया स्थायी स्ट्रांग रूम रोजाना तीन बजे खुलता है। इस दौरान लिफाफे में बंद मतपत्रों को 50-50 के बंडल में रखा जाता है। इसकी सूचना राजनीतिक दलों को दी जाती है। आज भी हम ये काम कर रहे थे। इस दौरान कुछ लोगों को गलतफहमी हो गई कि पोस्टल बैलेट को फैला दिया गया है, कुछ गड़बड़ी है। इस स्ट्रांग रूम में सीसीटीवी भी लगे है। निर्वाचन में कोई अवकाश नहीं होता, इसलिए गुरुनानक जयंती के दिन भी हम ये काम कर रहे थे।
कमलनाथ बोले- दोषियों पर कार्रवाई होनी चाहिए
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने इस मामले में कहा कि दोषियों पर तत्काल कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से मुस्तैद रहने की अपील की है। उन्होंने ये ट्वीट किया –


