आयोजक पर प्रकरण दर्ज,प्रशासन पहले ही बैठक में मार्ग निर्धारण पर कर चुका था आयोजकों से बैठक
> जनसंवाद एक्सप्रेस
उज्जैन।। शनिवार देर रात को उज्जैन में निकलने वाले मोहर्रम के जुलूस में रविवार तड़के चार बजे आयोजकों की हुड़दंगी का एक मामला सामने आया ,बेगमबाग घोड़ा समिति के द्वारा जुलूस निकालने के दौरान एक ऐसे मार्ग पर घुसना चाहा जो तय रूट में ना होने के चलते प्रशासन द्वारा बैरीकेट लगा कर बंद कर रखा था बावजूद प्रतीकात्मक घोड़ा उठाकर चल रहे युवकों ने बैरीकेट गिराते हुए उक्त मार्ग में घुसना चाहा ,बैरीकेट गिरने से नजदीक खड़े पुलिस कर्मी घायल हो गए ।
युवकों की हुड़दंगी के कारण कोई बड़ा हादसा हो सकता था ऐसे में पुलिस बल ने अपनी सूझबूझ से तत्काल हलका बल प्रयोग करते हुए युवाओं को खदेड़ दिया ऐसे में आयोजक प्रतीकात्मक घोड़े दुल दुल को छोड़ कर ही भाग गए
आयोजकों की मनमानी का वीडियो वायरल हुआ है। तय रूट से घोड़ा ले जाने की बजाय आयोजक अचानक से अब्दालपुरा की तरफ मुड़ गए। साढ़े छह फीट ऊंचे डबल लेयर के बैरिकेड्स गिराते हुए घोड़ा गलत रूट पर ले जाने लगे। इससे अफरा-तफरी मच गई, जिसके बाद पुलिस ने लाठी के बल पर मनमानी करने वालों को खदेड़ा तो वे मौके से भाग गए। पुलिस ने आयोजक समेत 16 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है।
शनिवार की रात मोहर्रम का जुलुस केडीगेट से शुरू हुआ था, जिसमें शामिल होने वाले सभी अखाड़े व ताजिया कमेटियों को तय रूट से निकलना था। शनिवार-रविवार तड़के चार बजे के करीब आयोजक इरफान उर्फ लाला के सदस्यों ने घोड़ा खजूर वाली मस्जिद से निकास चौराहे की तरफ ले जाने की बजाय बैरिकेड्स गिराकर अब्दालपुरा की तरफ मोड़ दिया। इससे अफरा-तफरी मच गई व पांच पुलिसकर्मियों एएसआई तंवरसिंह केलवा, हेड कांस्टेबल मुकेश मुनिया, अनिल सिसौदिया, चंद्रपाल मंडलोई व श्याम को चोट आई है। मौके पर मौजूद पुलिस फोर्स ने ताबड़तोड़ सभी को लाठी भांज खदेड़ा व स्थिति संभाली। जीवाजीगंज थाना पुलिस ने आयोजक इरफान उर्फ लाला समेत 16 अन्य अज्ञात के खिलाफ बलवा, शासकीय कार्य में बाधा के अलावा अन्य धारा में केस दर्ज किया है। थाना प्रभारी विवेक कनोड़िया ने बताया कि धरपकड़ कर आगे की कार्रवाई की जाएगी। एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि मोहर्रम के जुलूस में आयोजकों ने तय रूट की बजाय जुलूस गलत दिशा में ले जाने के लिए जो कृत्य किया है
उसमें सख्त से सख्त धारा में केस दर्ज किया गया है। वीडियो फुटेज से अज्ञात आरोपियों की पहचान कर सभी को नामजद करते हुए गिरफ्तार कर जेल भिजवाएंगे।
इनका कहना
आयोजकों के साथ 10 दिनों तक थाना स्तर पर और अधिकारियों के साथ बैठक हुई थी जिसमें मार्गों का निर्धारण किया गया था बावजूद इसके आयोजक के द्वारा प्रतिबंधित मार्ग से प्रतीकात्मक घोड़े को लेकर जाना और हुड़दंग करना गलत है शासकीय कार्य में बाधा उत्पन्न करने के चलते आयोजन सहित अन्य लोगों पर प्रकरण दर्ज किया गया है फुटेज के आधार पर सभी की पहचान की जा रही है।
प्रदीप शर्मा पुलिस अधीक्षक
