नई दिल्ली | देश में होने वाले आम चुनाव को लेकर भाजपा द्वारा दिए गए 400 पार का नारा फेल होता नजर आ रहा है | वर्ष 2014 के चुनाव में भाजपा को 282 सीट अकेले अपने दम पर मिली थी जबकि वर्ष 2019 के आम चुनाव में भाजपा को इसमें बढ़त मिली थी और ये आंकड़ा 303 सीट तक पहुच गया था वह भी अकेले भाजपा के दम पर |
लेकिन वर्ष 2024 के चुनाव में कांग्रेस द्वारा अपने सहयोगी दलों के साथ मिल कर बनाए गए गठबंधन india के द्वारा जिस तरह का चुनाव प्लान बनाया गया है उसके चलते कई राज्यों में भाजपा को गठबंधन के सिंगल प्रत्याशी से मुकाबला करनापढ़ रहा है |
पूर्व के चुनाव में उत्तरप्रदेश जैसे राज्य पर नजर डाले तो एक तरफ भाजपा का प्रत्याशी था तो दूसरी और कांग्रेस सपा आप के प्रत्याशी मैदान में थे जिससे भाजपा को तो अपना फिक्स वोट मिल गया और अन्य दलों के वोट विभाजित हो गए थे जिससे भाजपा के प्रत्याशी को क्लीन स्वीप मिल गई थी |
लेकिन इस बार ऐसा नहीं हो रहा है उत्तर प्रदेश हरियाणा मध्यप्रदेश बिहार दिल्ली, गुजरात जैसे राज्यों में कांग्रेस ने कई सीट गठबंधन के प्रत्याशियों को दी है जहा गठबंधन का सिंगल प्रत्याशी मैदान में है |ऐसे में भाजपा की मुश्किलें बढ़ गई है |
हिंदी बेल्ट के राज्यों में भाजपा की सीट होगी कम ?
वर्ष 2019 के चुनाव में मध्यप्रदेश ,छतीसगढ़, राजस्थान ,दिल्ली ,गुजरात ,हरियाणा ,उत्तरप्रदेश जैसे राज्यों में भाजपा को शतप्रतिशत या कहे की 100 प्रतिशत जीत मिली थी जिसके बाद भाजपा खुद के दम पर 303 सीट जीती थी लेकिन वर्तमान हालात बता रहे है की इन राज्यों में अब भाजपा की सीट कम होगी |
ABP , आज तक , News 24 जैसे नेचालन चेनलो के सर्वे बता रहे है की इस बार कांग्रेस को मध्यप्रदेश छतीसगढ़ राजस्थान दिल्ली जैसे राज्यों में बढ़त मिलेगी या कहे की कांग्रेस के खाते खुल सकेंगे | अगर ऐसा हुआ तो दक्षिण भारत में तो भाजपा पहले ही कमजोर है और अगर हिन्ढी उत्तर भारत में या मध्य भारत में भाजपा की सीट कम होती है तो भाजपा अपने पिछली बार के आंकड़े 303 से निचे जा सकती है | इस तरह भाजपा 2014 के आकंडे पर ही आकर टीक सकती है |
न्यूज़ चैनल के सर्वे के अनुसार
- मध्यप्रदेश की 29 सीट में से भाजपा 26 और कांग्रेस 03 सीट जीत सकती है यानी यह भाजपा को 02 सीट का नुकसान होगा |
क्योकि पिछले चुनाव में कांग्रेस के पास एक सीट पहले से ही थी |
- छतीसगढ़ की 11 सीट पर भी नजर डाले तो यह भी भाजपा 08 और कांग्रेस 03 सीट जीत सकती है यह भी भाजपा को 02 सीट का नुकसान होगा यह भी कांग्रेस के पास एक सीट पहले भी थी |
- राजस्थान की 25 सीट में पिछली बार कांग्रेस का खाता नहीं खुला था इस तरह इस बार कांग्रेस को यह 05 सीट जीतने का अनुमान लगाया जा रहा है यानी यह भाजपा को 05 सीट का नुकसान हो सकता है |
- दिल्ली की 07 सीट पर भी भाजपा काबिज है जबकि इस बार india गठबंधन 3 और 04 सीट के बटवारे के साथ सिंगल प्रत्याशी के रूप में मैदान में है यह पर भी भाजपा के हाथ से 04 सीट जाने का अनुमान लगाया जा रहा है |
- गुजरात की बात करे तो यह 26 सीट है और सभी सीट पर भाजपा का कब्ज़ा है लेकिन इस बार गुजरात में भी कांग्रेस और गठबंधन के प्रत्याशी मैदान में है ऐसे में यह पर भी भाजपा को 3 सीट का नुकसान हो सकता है |
- बात उत्तर प्रदेश की करे तो इस बार यह की 80 सीट में उलट फैर होता तो नहीं दिख रहा है लेकिन फिर भी पिछले चुनाव की तुलना में भाजपा की सीट कम होगी |
