उज्जैन| मध्यप्रदेश के उज्जैन की सेन्ट्रल जेल में हुए डीपीऍफ़ फंड गबन कांड में दिन पर दिन पुलिस की पूछताछ में आरोपी जेल अधीक्षक और लेखा कर्मचारी रिपुदमन के साथ जेल अधीक्षक के राजदार की परते खुलती जा रही है , पुलिस की गिरफ्त से अब भी दो पहरी दूर है , जेल अधीक्षक के राजदार जगदीश की भी पुलिस ने गिरफ़्तारी ले ली है वही कोर्ट पेश कर जगदीश को भी दो दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया है |
रिपुदमन सट्टा लगाता था जगदीश वसूलता था
गबन कांड में पुलिस ने देवास के एक सटोरिये को भी हिरासत में लिया है , यह वही सटोरिया है जिससे बंदी बाँधने के चलते पिछले कुछ महीनो पहले ख़ास खबर व्हाट्स अप पर पढने को मिल रही थी , बंदी बंधने के बाद खास खबर आना बंद हो गई, दरअसल सूत्रों से लगी जानकारी के अनुसार देवास के इस सटोरिये के पास रिपुदमन सट्टा कारोबार करता था और 5 लाख रुपए रोज का सट्टा लगाने की हिम्मत रखता था , हार के साथ कई बार जीत भी हुई और जब जीत हुई तो बोरा भर कर गाँधी छाप हरे कागज भी भर कर लाया , इस बात की जानकारी जब खास खबर ( जगदीश परमार ) को लगी तो उसने इस सटोरिये के खिलाफ व्हाट्स अप पर खबरों को लिखने का क्रम चला दिया और हर महीने की बंदी बाँधने की बात रखी ,डिमांड तो ज्यादा की थी लेकिन डिमांड से आधे की बात बन गई और पैसा फोन पे के माध्यम से आने लगा | इसी तरह उज्जैन के कई सटोरियों से भी जगदीश की बंदी बंधी थी जिन्हें रिपुदमन सट्टा उतारने का काम करता था |
जगदीश ने जिन लोगो के नाम लिए उनमे से कई लोगो के साथ लेनदेन
उज्जैन जेल गबन काण्ड में जगदीश परमार ने पुलिस हिरासत से पहले एक प्रेस वार्ता की थी इस प्रेस वार्ता के दोरान ही उसे गिरफ्तार करने के लिए एस आई टी टीम के सदस्य पहुच चुके थे लेकिन इससे पहले उसने गबन कांड में खुद को सरकारी गवाह बनने की बात के साथ गबन कांड का खुलासे से जुड़े कई राज पुलिस को बताने की बात कही उसने इस दोरान शहर के कई लोगो के नाम लेकर उन तक गबन का पैसा जाने की बात कही है | जगदीश ने शहर के कालो नाइजर , बिल्डर , ज्वेलर्स , सुपारी व्यापारी ,टेंट व्यापारी के नाम लेकर गबन पैसे जाने का संकेत दिया था | दरअसल इन सब का राज कुछ दिन पहले आरोपी उषाराज के बंगले पर हुई पार्टी में छुपे हुए है |पार्टी में गबन से जुड़े कई लोग शामिल थे , और कई अंजान भी | उषाराज की बेटी के जन्मदिन की पार्टी का न्योता भी जगदीश ने ही दिया था | जिसमे कई व्यापारी , बिल्डर और पत्रकार शामिल हुए थे |आपको बता दे पार्टी में डेकोरेशन का काम समीर टेंट के पास ही था , पार्टी में हुए खर्चे के बिल भी समीर टेंट ने दिए थे ,जडिया ज्वेलर्स से भी उषाराज ने खरीदारी की है इस बात के सबूत भी पुलिस के समक्ष पहुच चुके है |जगदीश के द्वारा प्रेस वार्ता में जिन लोगो के नाम लिए गए उसमे ये भी शामिल है | शेष नामो की भूमिका भी आप तक लाइ जाएगी |
पूर्व जेल अधीक्षक ने भी दिया आवेदन
आपको बता दे जेल गबन काण्ड पिछले तीन वित्त वर्ष से चला आ रहा है , यानी वर्ष 2020-21 ,2021-22,2022-23 से ये गबन की कहानी चली आ रही है जिसमे से दो वित्त वर्ष में तो उषाराज की भूमिका होने पर पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है , लेकिन इससे पहले जब गबन की शुरुवात हुई थी तब का वित्त वर्ष 2020-21 था उस दोरान वर्तमान इंदौर जेल अधीक्षक अलका सोनकर उज्जैन की जेल अधीक्षक हुआ करती थी ,गबन काण्ड की पर्ते जैसे ही खुली अलका सोनकर द्वारा भी एक आवेदन उज्जैन भेरुगढ़ थाना पुलिस और पुलिस अधीक्षक के नाम दिया गया जिसमे उन्होंने खुद को इस काण्ड से अनभिग्य बताया और जाँच में सहयोग की बात कही है |
