इंदौर | मध्यप्रदेश के इंदौर उज्जैन जैसे शहरो में आए दिन बदमाशो के द्वारा गली मोहल्लो में खड़ी चार पहिया गाडियों के कांच फोड़ने की घटनाए सामने आती रही है लेकिन इस बार इंदौर पुलिस ने ऐसे बदमाशो के लिए अलग इंतजाम किये है , बाणगंगा इलाके में कारों के कांच फोड़कर गुंडागर्दी करने वाले 4 बदमाशों को पुलिस ने गुरुवार को अनोखी सजा देने का मन बनाया है । आरोपियों के नशा करने पर रोक लगाने के साथ ही अब इन्हें सालभर तक हर शनिवार शाम 6 से 9 बजे तक लवकुश चौराहे पर ट्रैफिक संभालना है। उन पर नजर रखने के लिए बीट की टीम को भी आदेश दिए हैं। नया कानून लागू होने के बाद इस तरह की सजा पहली बार दी गई है। ऐसा करने के पीछे अफसरों की मंशा है कि आरोपियों के मन में समाज के प्रति जिम्मेदारी का भाव आए।

डीसीपी जोन-3 हंसराज सिंह की कोर्ट ने गुरुवार को आरोपी धर्मेंद्र पिता विक्रम कुरील निवासी जय हिंद नगर, निशिल पिता मनोज खत्री निवासी छोटी कुम्हार खाडी, दीपांशु पिता कमलेश श्रीवास्तव निवासी लाल कुआं वाली गली वृंदावन कॉलोनी और जितेंद्र उर्फ जीतू पिता देवीसिंह राजपूत निवासी यादव नगर को सजा सुनाई है।
आरोपियों ने कुछ दिन पहले वृंदावन क्षेत्र के निवासियों के साथ गाली गलौज की। जान से मारने की धमकी देकर मारपीट की। साथ ही धमकाकर घरों के सामने रखे 5 वाहनों के कांच फोड़ दिए थे। तब पुलिस ने आरोपियों पर केस दर्ज कर उनके खिलाफ जिलाबदर की कार्रवाई की थी। इस केस की गुरुवार को सुनवाई हुई। डीसीपी के अनुसार इस दौरान सामने वाले पक्ष ने भी तर्क रखे।
