उज्जैन | मध्यप्रदेश के उज्जैन शहर में एक एतिहासिक धरोहर का संग्रहालय के रूप में उपयोग होने जा रहा है जिसकी तेयारी शुरू हो चुकी है | 136 साल पुराना कोठी पैलेस हैरिडेज बिल्डिंग में इसे बनाया जाएगा. इस संग्रहालय में 30 हजार साल पुराना इतिहास नजर आएगा. इतना ही नहीं भगवान श्रीराम की 96 पीढ़ियों की जानकारी भी मिलेगी
दरअसल बात कोठी महल पर बनने जा रहे देश के पहले वीर भारत संग्रहालय के निर्माण को लेकर की जा रही तेयारियो की है। इसके चलते आयुक्त आशीष पाठक द्वारा वीर भारत न्यास के सचिव श्रीराम तिवारी, स्मार्ट सिटी अधिकारियों एवं दिल्ली से आए आर्किटेक्ट कंजर्वेशन टीम के साथ उज्जैन स्मार्ट सिटी कार्यालय में बैठक आयोजित कर वीर भारत न्यास संग्रहालय की कार्ययोजना पर चर्चा की गई और प्रेजेंटेशन के माध्यम से पूरी कार्ययोजना को समझा गया। बताया गया कि कार्ययोजना बना ली गई है, जिस पर 15 दिन में डीपीआर तैयार कर जल्द ही कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
संग्रहालय में 40 हजार साल पुराना इतिहास
संग्रहालय में भारत का 30 से 40 हजार साल पुराना इतिहास बताया जाएगा। 1887-88 में बने कोठी महल में बनने जा रहे इस संग्रहालय में पूर्व वैदिक, वैदिक, उत्तर वैदिक, रामायण-महाभारत, भारत भूमि पर जन्में तेजस्वी नायकों, दाशर्निक, संतों सहित श्रीराम की लगभग 96 पीढ़ियों के बारे में दर्शाया जाएगा। संग्रहालय के लिए खोजबीन, डिजाइन व अन्य काम वीर भारत न्यास संस्कृति विभाग करेगा। महल के मूलरूप में ही संग्रहालय तैयार किया जाएगा।
लाइट एंड साउंड शो भी प्रस्ताव में शामिल
कार्ययोजना में संग्रहालय के साथ ही 18 गैलरी, लाइट एंड साउंड एवं शो पब्लिक स्पेस को भी प्रस्ताव में सम्मिलित किया है। साथ ही संबंधित को निर्देशित किया कि 15 दिवस में इसकी विस्तृत कार्ययोजना बनाई जाकर प्रस्तुत की जाए, जिससे आगामी कार्यवाही की जा सके। कोठी महल को 3 से 4 दिन में समिति को हैंडओवर कर दिया जाएगा, जिसके बाद कार्य निर्माण में क्या परिवर्तन या सुधार करना है, उसका समिति द्वार प्लान बनाया जाएगा। अगस्त तक काम शुरू किया जा सकता है।
संस्कृति विभाग और स्मार्ट सिटी मिलकर करेंगे प्रोजेक्ट पर काम मप्र शासन ने निर्णय लिया कि शहर में वीर भारत न्यास का संग्रहालय बनना है। संस्कृति विभाग और स्मार्ट सिटी मिलकर इसका क्रियान्वयन कर रहे हैं। मंगलवार को वीर भारत न्यास के सचिव तिवारी, स्मार्ट सिटी अधिकारियों एवं दिल्ली से आई आर्किटेक्ट कंजर्वेशन टीम के साथ कोठी का निरीक्षण किया। -आशीष पाठक, निगम आयुक्त
