नई दिल्ली | संसद का शीतकालीन सत्र गहमा गहमी में निकल रहा है सत्र के शुरुवाती दौर में ही विपक्ष को एक ऐसा मुद्दा मिल गया है जिससे केंद्र सरकार गिर गई है , केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह का वह बयान जो देश भर में भाजपा के लिए मुसीबत बन गया है दरअसल अमित शाह ने सदन में कहा था की ये एक फैशन हो गया है अम्बेडकर अम्बेडकर अम्बेडकर उतना अगर नाम भगवन का लिया होता तो सात जन्मो तक स्वर्ग मिल जाता ,फिर क्या था विपक्ष ने इसे संविधान के निर्माता का अपमान बताते हुए सरकार को घेरना शुरू कर दिया और गृह मंत्री के इस्तीफे की मांग करने लगे , संसद में शीतकालीन सत्र का आज आखिरी दिन है। अंबेडकर विवाद पर विपक्ष आज फिर संसद के बाहर प्रदर्शन कर रहा है। विपक्षी सांसद विजय चौक से संसद भवन तक मार्च निकाल रहे हैं। प्रियंका गांधी भी इसमें शामिल हुईं। हालांकि आज राहुल नहीं दिखे।
लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी के खिलाफ 19 दिसंबर को FIR हुई थी। दरअसल मकर गेट पर पक्ष और विपक्ष के सांसदों के बीच धक्का-मुक्की हो गई थी। ओडिशा के बालासोर से सांसद प्रताप सारंगी और फर्रुखाबाद से भाजपा सांसद मुकेश राजपूत चोटिल हो गए। दोनों नेताओं के सिर में चोट लगी, जिसके बाद उन्हें भर्ती कराया गया।
दोनों सांसदों ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर धक्का देने का आरोप लगाया था। घटना के बाद भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर और बांसुरी स्वराज ने राहुल के खिलाफ हत्या की कोशिश, धमकाने, धक्का देने के आरोप समेत BNS की 7 धाराओं में पुलिस को शिकायत दी थी।
हालांकि, पुलिस ने धारा- 109 (हत्या की कोशिश) हटाकर सिर्फ 6 धाराओं में FIR में दर्ज की है। इन धाराओं में चोट पहुंचाने के इरादे से काम करना, धक्का देना-डराना धमकाना शामिल है।
