भारत सरकार ने ग्लोबल रेटिंग एजेंसी मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस की रिपोर्ट को खारिज करते हुए आधार कार्ड को दुनिया का सबसे भरोसेमंद डिजिटल पहचान पत्र बताया है। मूडीज इन्वेस्टर्स ने आधार कार्ड से जुड़ी लोगों की सुरक्षा और गोपनीयता पर चिंता जाहिर की थी।
सोमवार को इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय ने प्रेस रिलीज जारी किया और मूडीज के दावे को आधारहीन बताया। सरकार ने कहा कि यह रिपोर्ट बिना किसी सबूत के आधार पर तैयार की गई है। भारत के एक अरब से ज्यादा लोग इस पर भरोसा करते हैं।
दरअसल मूडीज ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि आधार का बॉयोमेट्रिक उन जगहों पर काम नहीं करता, जहां के मौसम में नमी है। आधार सिस्टम में गड़बड़ियों के कारण बायोमेट्रिक तकनीक का इस्तेमाल करना अविश्वसनीय है।
इस पर भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय ने कहा कि मूडीज की रिपोर्ट में किसी तरह के डेटा या रिसर्च का हवाला नहीं दिया गया है। तथ्यों का पता लगाने का प्रयास भी नहीं किया गया।
इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय ने बताया कि रिपोर्ट में आधार संख्या की जानकारी भी गलत दी गई है। रिपोर्ट में एकमात्र संदर्भ यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (UIDAI) की वेबसाइट का है। UIDAI की वेबसाइट पर अब तक जारी किए गए आधार की संख्या दी गई है, जबकि रिपोर्ट में गलत तरीके से इनकी संख्या 120 करोड़ बताई गई है।
मंत्रालय ने बताया कि आईएमएफ और विश्व बैंक जैसी अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों ने आधार की भूमिका की सराहना की है। दुनिया भर के कई देश भारत की तर्ज पर डिजिटल आईडी सिस्टम विकसित करने पर काम कर रहे हैं। पिछले 1 दशक में एक अरब से भी अधिक भारतीयों ने 100 अरब से ज्यादा बार आधार को अपने पहचान के रुप में प्रयोग कर आधार प्रणाली पर अपना भरोसा जताया है।
