नागदा से राकेश शर्मा की रिपोर्ट
नागदा एक उपजिला वही औद्योगिक क्षेत्र के नाम से भी जाना जाता है। उद्योग के संचालक जिन्होंने यह उद्योग को स्थानीय आमजन को रोजगार देने के लिए यह उधोग स्थापित किया था। उद्योग गुलब्राण्डसन है उसी उद्योग के यूनिट हेड राजीव पाठक विगत वर्षों पहले इसी उद्योग में छोटी सी पोस्ट पर कार्यरत थे लेकिन कुछ समय का बदलाव मानें या उद्योग का विभीषण कहा जाए जो अपनी चतुराई चापलूसी से उद्योग की गोपनीयता को शहर में बातों का बखान कर पूर्व में रहे यूनिट हेड के कार्यशैली में परेशानियां का ताज पहनाकर खुद की सफलता की सीडी हासिल की यह उद्योग के कुछ श्रमिक स्टाफ के बीच एक बड़ा चर्चा का विषय चल रहा है।सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अब तक इस ढोंगी के आडंबरों का पिटारा प्रतिदिन खुलता जा रहा है।
इसी कारणों से पूर्व में रहे यूनिट हेड उन्होंने बहुत सुचारू रूप से उद्योग चलाया लेकिन जब से साहब राजीव पाठक यूनिट हेड की सीट पर बैठे तब से बड़ी अनोखी बात सामने आई कि आज दिनांक तक मीडिया के संज्ञान में और प्रमाण की एच आर की पोस्ट ओर मीडिया से रूबरू उद्योग के विषय घटनाओं की जवाबदार अधिकारी नही स्थाई नही रह पाए उनमें से बिनु कोशी,अभिनव भाले,प्रोहित नही रुके और वर्तमान में मुकेश नागर यह भी शायद बहुत जल्द रवानगी लेंगे क्योकि अभी जो यूनिट हेड पाठक बैठा यह बड़े अनोखे अधिकारी जो कि इन्हें यह पोस्ट मिले मानो जैसे कि अपने आपको मिस्टर इंडिया समझने लगे उसका एक ही कारण यही की इस एच आर पोस्ट पर बैठने वाले इनकी साठ गांठ गड़बड़ झाला गोठाला करने में सहयोगी नही बनाना मंजूर इसलिए यूनिट हेड उनके सहयोगी नही टिकने देते क्योकि पाठक के कुछ खास स्टाफ कर्मियों के तो दस्तावेजों ।के कमियां है जो जिस पोस्ट के योग्य नही लेकिन इस भृष्ट अधिकारी ने सिर्फ अपने हित के लिए उन्हें मालदार जगहों पर अपने गुर्गे बिठा रखे जो इनके कहने पर सुबह को रात और रात को सुबह कहते है। यही मुख्य कारण कमीशन खोरी ओर उद्योग में गड़बड़ झाला कर उद्योग के मालिक को हर वर्ष लाखो की चपत लगाकर गुमराह कर अपनी मनमानी कर रहे है इसलिए यूनिट हेड पाठक भृष्ट अधिकारी सिर्फ ईमानदारी का चोला पहनकर छोटे से उद्योग के नाम पर आमजन के जीवन से खिलावाड़ कर शासन ओर प्रशासन को गुमराह कर रहा है।जबकि यह उद्योग बारिश के मौसम में बारूद के ढेर के समान यह लापारवाह यूनिट हेड पाठक की वजह से किसी दिन शहर में ओर उद्योग के पास रहवासी क्षेत्र को मौत का तांडव करवा सकता है।देखना यह होगा कि आआख़िर कब यह हिटलर अधिकारी मनमानी से कब बाज आएगा।
यूनिट हेड हिटलर पाठक की लापरवाही से उद्योग की खामियों का आमजन शिकार
जबकि उद्योग की खामियां यह कि इस उद्योग परिसर में बड़े वाहन सहित श्रमिको की पार्किंग व्यवस्था नही,रहवासियों को ध्वनि प्रदूषण से आर्थिक रूप से प्रताड़ित होना पड़ रहा ,प्रधानमंत्री मोदी,मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सपनो को साकार नही करते हुए उन सपनो की धज्जियां उड़ाते नजर आ रहा उद्योग से लगा शासकीय नाला जिसमे टनों से कूड़ा करकट,उद्योग से वेस्टज पानी केमिकल वाला,बारिश के मौसम में प्लांट में पानी लगने से शहर में किसी बड़ी घटना को अंजाम दे सकता यह माना जाए कि उद्योग से लगा क्षेत्र मेहतवास जो कि 5000 हजार लोगों की बस्ती इस उद्योग का यूनिट हेड बारूद के ढेर पर बैठ कर माचिस की तिल्ली जलाने का इंतजार कर आमजन को मौत के मुँह में धकेल कर मौत का तांडव करवाना चाहता है।
जबकि 20 तारीख को नागदा को जिला बनाने और शहर के करोड़ो के विकास का लोकार्पण करने भी आ रहे और यह गुलब्राण्डसन उद्योग का हिटलर , लापारवाह यमराज बनकर आमजन की मौत का दरवाजे पर दस्तक देने का कृत्य कर रहा है।देखना यह होगा कि स्थानीय प्रशासन लापरवाही करने वाले लापरवाह यूनिट हेड पर आआख़िर कब नजर जाएगी और वैधानिक कार्यवाही करंगे।
