पहलगाम || मंगलवार का दिन देश को झकझोर देने वाला था जब खबर जम्मू-कश्मीर के पहलगाम से एक आतंकवादी हमले की सामने आई इस खबर से पुरे देश में दुःख की लहर और आँखों में आंसू थे , समय गर्मियों की छुटियो चल रहा है ऐसे में लोग ठन्डे शहरो में घुमने का प्लान बनाते है यही कारन है की कश्मीर में इस समय सेलानियो की भीड़ बहुत अधिक है ऐसे में आतंकियों ने समय का फायदा उठाते हुए मासूम सेलानियो की छति गोलियों से छाल्ल्ली कर कायरता का परिचय दिया है |
मंगलवार दोपहर हुए आतंकवादी हमले में 27 लोगों की मौत हो गई। पहलगाम की बैसरन घाटी में मंगलवार दोपहर 2.45 बजे हुए इस हमले में 20 से ज्यादा लोग घायल हैं। मरने वालो में महाराष्ट्र .गुजरात मध्यप्रदेश केरल पश्चिम बंगाल बिहार सहित नेपाल ओर UAE के सेलानी भी शामिल है |
हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा के विंग द रजिस्टेंस फ्रंट यानी TRF ने ली है। इस बीच, पाकिस्तान के डिफेंस मिनिस्टर ख्वाजा आसिफ ने कहा कि इस हमले में हमारा कोई हाथ नहीं है।
इंटेलिजेंस सूत्रों ने बताया कि पहलगाम अटैक में दो फॉरेन टेररिस्ट और दो लोकल आतंकी शामिल थे। इस बीच, उरी में घुसपैठ की कोशिश कर रहे 2 आतंकवादियों को सेना ने मार गिराया है।
मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि पर्यटकों को गोली मारने से पहले आतंकियों ने उनके नाम पूछे और कलमा भी पढ़वाया। इनमें एक UP के शुभम द्विवेदी थे, जिनका नाम पूछने के बाद आतंकियों ने उनके सिर में गोली मार दी। हालकी जिन लोगो की इस हमले में मौत हुई है उसमे एक कश्मीरी मुस्लिम भी शामिल है
अटैक के बाद देश के अन्य शहरों में हाई अलर्ट जारी किया गया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने श्रीनगर में पहलगाम हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सऊदी अरब का दो दिन दौरा छोड़ बुधवार सुबह भारत लौट आए हैं। वे सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति की बैठक करेंगे।
जम्मू-कश्मीर में 14 फरवरी 2019 को हुए पुलवामा अटैक के बाद ये सबसे बड़ा हमला है। पुलवामा में CRPF के काफिले पर फिदायीन हमला हुआ था, इसमें 40 जवान शहीद हुए थे। इसकी जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी।
ट्रंप ने कहा हम भारत के साथ खड़े पीएम मोदी से की बात
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत के साथ एकजुटता ज़ाहिर की है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फ़ोन पर बात की.
भारतीय विदेश मंत्रालय के
प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने एक्स पर जानकारी देते हुए बताया कि अमेरिकी राष्ट्रपति ने पीएम मोदी को फ़ोन कर पीड़ितों के प्रति अपनी गहरी संवेदना ज़ाहिर की है.
प्रवक्ता के अनुसार, “राष्ट्रपति ट्रंप ने आतंकी हमले की कड़ी निंदा की और इस जघन्य हमले के दोषियों को इंसाफ़ के कटघरे में लाने के लिए भारत के प्रति पूरा समर्थन व्यक्त किया. भारत और अमेरिका आतंकवाद के ख़िलाफ़ लड़ाई में एक साथ खड़े हैं.”
नेतन्याहू ने क्या कहा?
इसराइल के प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू ने इसे बर्बर हमला बताया है और चरमपंथ के ख़िलाफ़ लड़ाई में भारत के साथ खड़े रहने की बात कही है.
उन्होंने एक्स पर लिखा, “मेरे दोस्त नरेंद्र मोदी, जम्मू कश्मीर के पहलगाम में बर्बर आतंकी हमले से मैं गहरे तौर पर दुखी हूं, जिसमें दर्जनों निर्दोष लोग मारे गए और घायल हुए हैं. हमारी संवेदनाएं और प्रार्थना पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ हैं. आतंकवाद के ख़िलाफ़ लड़ाई में इसराइल भारत के साथ खड़ा है.”
