भारत में इन दिनों दो खतरनाक और जानलेवा वायरस का प्रकोप है। एक है जीका वायरस (Zika virus) और दूसरा है चांदीपुरा वायरस (Chandipura virus)। यह दोनों ही घातक है। जीका वायरस से 4 लोगों के मारे जाने की बात कही जा रही है, वहीं चांदीपुर वायरस से अब तक कम से कम 19 लोगों की मौत हो चुकी है। यह दोनों वायरस गुजरात और महाराष्ट्र के कई जिलों में फैल चुके हैं।

यह दोनों मच्छरों से फैलते हैं इसलिए सरकार ने मच्छरों से बचाव के लिए सभी जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। ध्यान रहे कि दोनों ही वायरस का कोई स्थायी इलाज या टीका नहीं है, जिस वजह से संक्रमित की जान जा सकती है। बरसात के मौसम जारी है और इस मौसम में मच्छरों के पनपने का सबसे ज्यादा खतरा होता है। किसी भी तरह के संक्रमण से बचने के लिए आपको नीचे बताए लक्षणों और उपायों पर ध्यान देना चाहिए।
पुणे में 66 लोगों में जीका वायरस की पुष्टि
पुणे शहर में कम से कम 66 लोगों में जीका वायरस की पुष्टि हुई है। इनमें से 26 गर्भवती महिलाएं भी शामिल हैं। हालांकि, अधिकतर गर्भवती महिलाएं अच्छी स्थिति में हैं। माना जा रहा है कि इससे 4 लोगों की मौत हुई है, लेकिन अधिकारियों ने बताया कि उनकी मौत जीका वायरस से नहीं, बल्कि पहले से मौजूद बीमारियों के कारण हुई है। ये लोग 68 से 78 साल के थे।
चांदीपुरा वायरस के 53 केस, 19 लोगों की मौत
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा ने मंगलवार को राज्यसभा को बताया कि 31 जुलाई तक भारत में चांदीपुरा वायरस के 53 मामले सामने आए हैं – 51 गुजरात से और दो राजस्थान से। चांदीपुरा वायरस के इन 53 मामलों में से 19 लोगों की मौत हो चुकी है और सभी मौतें गुजरात से हुई हैं।
कैसे फैलता है जीका वायरस
जीका वायरस एडीज (Aedes) मच्छरों के काटने से फैलता है, जो डेंगू और चिकनगुनिया जैसे दूसरे बीमारियों को भी फैलाता है। गर्भवती महिलाओं में जीका वायरस बच्चे के दिमाग के विकास में समस्या पैदा कर सकता है, जिससे बच्चे का सिर छोटा हो सकता है। गर्भवती महिलाओं और उनके बच्चों को नर्वस सिस्टम की समस्याएं भी हो सकती हैं।
जीका वायरस के लक्षण
कई बार लोगों को जीका वायरस होने का पता ही नहीं चलता क्योंकि उनमें कोई लक्षण नहीं दिखाई देते हैं। लेकिन कुछ लोगों में हल्के लक्षण हो सकते हैं जैसे:
त्वचा पर रैशेज
जोड़ों में दर्द
तेज बुखार
आंखों की लालिमा (कंजंक्टिवाइटिस)
मांसपेशियों में दर्द



