धर्मशाला: भारत–चीन सीमा पर तैनात सैनिक अब बेहद अहम भाषा कौशल के साथ मैदान में उतरेंगे। केंद्रीय विश्वविद्यालय, हिमाचल प्रदेश ने सेना के जवानों के लिए विशेष चीनी भाषा कोर्स शुरू करने की तैयारी पूरी कर ली है। सेना के जवानों के लिए यह पाठ्यक्रम चलाने वाला धर्मशाला स्थित केंद्रीय विश्वविद्यालय देश का पहला विश्विद्यालय होगा।
विश्वविद्यालय के कुलपति सतप्रकाश बंसल ने बताया कि कार्यकारी परिषद इस प्रस्ताव को पहले ही पास कर चुकी है और अब इसे अंतिम स्वीकृति के लिए केंद्र सरकार को भेजा गया है। उम्मीद है कि अगले शैक्षणिक सत्र से यह कोर्स औपचारिक रूप से शुरू हो जाएगा।
गौरतलब है की हिमाचल प्रदेश तिब्बत के साथ लगभग 250 किलोमीटर की सीमा साझा करता है जिसमें – किन्नौर स्थित शिप की ला सीमा व्यापार गलियारा भी शामिल है – किन्नौर के अतिरिक्त राज्य का लाहौल स्पीति जिला भी तिब्बत के साथ सीमा से लगता है। इस सीमा की चौकसी आईटीबीपी और भारतीय सेना की सूर्या कमांड मिलकर करते हैं। चीन की भाषा की जानकारी होने से सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा बलों के लिए भाषाई बाधा दूर होने में काफी मदद मिलेगी।
