उत्तराखंड || चारधाम यात्रा में हेलीकॉप्टर हादसों की संख्या में वृद्धि चिंता का विषय है। हाल ही में, केदारनाथ के पास एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में सात लोगों की मौत हो गई, जिससे इस साल चारधाम यात्रा मार्ग पर हेलीकॉप्टर दुर्घटनाओं की कुल संख्या पांच हो गई है। इन घटनाओं ने सुरक्षा उपायों और यात्रा के दौरान हेलीकॉप्टर सेवाओं की निगरानी पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
हेलिकॉप्टर क्रैश की बढ़ती घटनाओं ने उत्तराखंड आने वाले श्रद्धालुओं की चिंता बढ़ा दी है। हेलिकॉप्टर सर्विसेज को भी सवालों के घेरे में ला दिया है। हादसों की असल वजह क्या है? क्या हेलीकाप्टर उड़ानों का मैनेजमेंट DGCA की गाइडलाइन और सभी मानकों के मुताबिक हो रहा है? हेलिकॉप्टर से तीर्थ यात्राएं आखिर कितनी सुरक्षित हैं? हमने ये सवाल एविएशन एक्सपर्ट्स, उत्तराखंड सरकार के अधिकारियों और पर्यावरण वैज्ञानिकों से पूछे।
इसमें पायलट्स पर ज्यादा उड़ानों का प्रेशर, DGCA की गाइडलाइन से खिलवाड़ और ऑटो-रिक्शे की तरह बेहिसाब सवारी भरने जैसी कई वजहें सामने आई हैं
