नई दिल्ली:भारत में डायबिटीज़ के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। ICMR की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में 10.1 करोड़ लोग डायबिटीज़ से जूझ रहे हैं और तकरीबन 1.36 करोड़ प्री-डायबिटिक हैं। लेकिन IIT बॉम्बे के शोधकर्ताओं ने अब एक ऐसी खोज की है जिसके जरिए डायबिटीज़ के खतरे का पहले से संकेत मिल सकता है।
दरअसल, IIT बॉम्बे की टीम ने कुछ छुपे हुए ब्लड मार्कर्स यानी रक्त में मौजूद संकेतों की पहचान की है, जो शरीर में डायबिटीज़ को लेकर अलर्ट कर सकते हैं, वो भी तब जब बीमारी के लक्षण सामने नहीं आए होते हैं। IIT बॉम्बे की टीम ने रक्त में मौजूद मेटाबोलाइट्स का अध्ययन कर 26 ऐसे अणुओं की पहचान की जो स्वस्थ और डायबिटिक लोगों में अलग पाए गए।
ये मॉलिक्यूल्स शरीर में होने वाले शुरुआती बदलावों का संकेत देते हैं, जो क्लिनिकल लक्षणों से पहले शुरू हो जाते हैं। शोध के मुताबिक, डायबिटीज़ केवल हाई ब्लड शुगर नहीं, बल्कि एक मेटाबॉलिक डिसऑर्डर भी है। टीम ने यह भी पाया कि कुछ मेटाबोलाइट्स से किडनी की जटिलताओं का अंदाज़ा भी लगाया जा सकता है। यह अध्ययन डायबिटीज़ की शुरुआती पहचान करने की दिशा में कारगर साबित होगा।
