तो कई दिग्ग्ग्ज भी मंत्री मंडल से हुए बाहर , गोपाल भार्गव , भूपेन्द्र सिंह अब विधायक बने रहेंगे
भोपाल | मध्यप्रदेश की नई सरकार के मुखिया डॉ मोहन यादव की केबिनेट का गठन हो गया है , केन्द्रीय नेतृत्व बड़े बड़े चेहरों को पीछे छोड़ कर जिस तरह मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री का नाम चोकाने वाला दिया उसी तरह अब मोहन की केबिनेट में शामिल होने वालो में भी भी शिवराज केबिनेट के कई दिग्गज मंत्री पद की शपथ लेने के लिए फोन आने का इन्तजार ही करते रह गए |
मालवा निमाड़ में जहा 7 मंत्रियो को अवसर मिला वही यह कई पुराने मंत्रियो को इस बार मंत्री नहीं बनाया गया , इसमें कांग्रेस छोड़ कर भाजपा में आते ही मंत्री बनने वाले हरदीप सिंह डंग भी शामिल है |
केंद्र से प्रदेश लोटे विजयवर्गी तो इस बार भी रमेश का सपना नही हुआ पूरा
इंदौर 1 से विधानसभा चुनाव लड़ने वाले कैलाश विजयवर्गीय भलेही अपने चुनाव प्रचार में खुद को बड़ा नेता बताते रहे और कुछ बड़ी जिम्मेदारी मिलने की बात करते रहे लेकिन वह भी अब केंद्र की राजनीति से अब प्रदेश की राजनीति में लौट आये है और अब उन्हें फिर से प्रदेश में केबिनेट मंत्री बनाया गया है | जबकि प्रदेश में हर बार रिकार्ड तोड़ मतों से जितने वाले रमेश मेंदोला इस बार भी मंत्री बनने के सपने को पूरा नहीं कर सके |
शिवराज बने मोहन सरकार के विधायक
वर्तमान की तस्वीर तो यह बता रही है की प्रदेश में 18 वर्ष तक बतोर मुख्यमंत्री सरकार चलाने वाले शिवराज सिंह चौहान अब मध्यप्रदेश की विधानसभा में एक विधायक की भूमिका में दिखाई देंगे , केन्द्रीय नेत्रत्व ने ना सिर्फ उन्हें मुख्यमंत्री से पूर्व मुख्यमंत्री बनाया बल्कि उन्हें एक विधायक तक ही सीमित कर दिया |
शिवराज केबिनेट के कई दिग्गज मंत्री हुए फ्री
डॉ मोहन यादव सरकार में सोमवार को मंत्री मंडल का गठन तो हो गया लेकिन इस गठन में जहा एक और कई नए चेहरों को अवसर दिया गया या कहे की एक बार के विधायको को भी मंत्री बना दिया गया जबकि इस के विपरीत कई दिग्गज नेता जो शिवराज केबिनेट में मंत्री रहे और 4 से 9 बार तक के विधायक होने के बाद भी उन्हें मंत्री मंडल में जगह नहीं मिली |
पूर्व गृह मंत्री रहे भूपेन्द्र सिंह को भी मोहन मंत्री मंडल में शामिल नहीं किया गया है | वही पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव को भी इस बार मंत्री नहीं बनाया गया है , इसी तरह बिसाहू लाल साहू भी इस बार मंत्री मंडल में शामिल नहीं हुए है |
