रतलाम | मध्यप्रदेश के रतलाम जिले के सैलाना क्षेत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक एडिटेड वीडियो आरक्षण से जोड़ कर वायरल करने का मामला सामने आया है | मामले में शिकायत होने पर सैलाना पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ विभिन्न धाराओं में FIR दर्ज की है।
वायरल वीडियो को लेकर भाजपा झुग्गी झोपड़ी प्रकोष्ठ के जिला सहसंयोजक नाथुलाल राठौड़ ने केस दर्ज कराया है। उन्होंने रिपोर्ट लिखाई कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एडिट वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल किया जा रहा है। वीडियो देखा तो पीएम द्वारा सदन में दिए गए भाषण का एडिट वीडियो होकर 0.51 सेकंड का है। वीडियो के साथ आरक्षण व पीएम को लेकर आपत्तिजनक बाते लिखी है। पुलिस को हुई शिकायत में उक्त विडियो आदिवासी समाज के भोले भाले लोगों को शासन के विरुद्ध भड़काकर समाज में उपद्रव, अशांति फैलाने के लिए वीडियो एडिट कर फैलाने की बात कही है। उक्त एडिट वीडियो बनाकर प्रधानमंत्री भारत शासन व देश / राज्य के विरुद्ध अनुसूचित जाति, जनजाति के लोगो को भड़काकर अशांति उत्पन्न करवाना चाहते है। पुलिस ने अज्ञात के व्यक्ति के खिलाफ धारा 153, 153ए, 500, 505 के तहत केस दर्ज किया है।
आरक्षण को लेकर वायरल वीडियो में ये है चर्चा
अज्ञात आरोपी द्वारा जो वीडियो एडिट कर वायरल किया है उसमें कहा जा रहा है ‘मैं किसी भी आरक्षण को पसंद नहीं करता और खासकर नौकरी में आरक्षण तो कतई नहीं। मैं ऐसे भी कदम के खिलाफ हूं जो अकुशता को बढ़ावा दे। दोयम दर्जे की तरफ ले जाए। तब जाकर में कहता हूं जन्मजात इसके विरोधी है। एससी, एससी एसटी व ओबीसी को नौकरी में आरक्षण मिला तो सरकारी काम का स्तर गिर जाएगा’।
बताया जा रहा है कि वीडियो के साथ एक मैसेज लिखकर कहा जा रहा है कि ‘आरक्षण खत्म स्पष्ट रुप से खत्म हो गया। देश के प्रधानमंत्री मोदी ने सदन में स्पष्ट रुप से घोषणा कर दी मैं किसी भी आरक्षण को पसंद नही करता हूं। खासकर नौकरी में आरक्षण नही होना चाहिए और मैं आरक्षण के खिलाफ हूं। जागो आदिवासियों जागो।
