उज्जैन |सीहोर वाले कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा 4 अप्रेल से शुरू होने वाली विक्रमादित्य शिव महापुराण कथा को लेकर कार्यक्रम के दो दिन पहले रविवार की रात को ही उज्जैन पहुच गए | सोमवार सुबह पंडित प्रदीप मिश्रा ने बाबा महाकाल के दर्शन किये,मंदिर समिति ने प्रदीप मिश्रा को गर्भगृह से दर्शन करवाए , यह उन्होंने बाबा का पूजन अभिषेक किया इस दोरान उनके साथ महापोर मुकेश टटवाल समिति आयोजन समिति के अध्यक्ष प्रकाश शर्मा सचिव मनोज बगाया भी मोजूद रहे |
समिति अध्यक्ष सचिव और महापोर के निवास पहुचे पंडित मिश्रा
सीहोर वाले प्रदीप मिश्रा रविवार की रात को ही उज्जैन आ गए थे सोमवार सुबह वह आयोजन समिति से जुड़े जिम्मेदारो के निवास पर पहुचे , प्रदीप मिश्रा महाकाल दर्शन के बाद समिति से जुड़े उज्जैन महापोर मुकेश टटवाल समिति सचिव मनोज बगाया प्रकाश शर्मा के निवास पर परिजन के बिच पहुचे |
महाकाल मंदिर समिति ने भीड़ को देखते हुए १० अप्रेल तक लगाया गर्भगृह में दर्शन पर प्रतिबन्ध
शुक्रवार को महाकाल मंदिर प्रशासनिक हाल में मंदिर समिति के अध्यक्ष एव कलेक्टर कुमार पुरषोत्तम द्वारा पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा में आने वाली भीड़ को ध्यान में रखते हुए महाकाल मंदिर दर्शन व्यवस्था में बदलाव का निर्णय लेते हुए 03 अप्रेल से 10 अप्रेल तक गर्भगृह में दर्शन पर प्रतिबन्ध लगाया था , लेकिन प्रतिबन्ध के पहले ही दिन नियम की धज्जिय उडती दिखी , दरअसल आदेश में कही इस बात का जिक्र नही था की आदेश सिर्फ आम लोगो के लिए है ख़ास के लिए नही , प्रतिबन्ध के पहले ही दिन मंदिर समिति ने कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा को गर्भगृह से दर्शन करवाए जिसके बाद भाजप के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय ने भी गर्भगृह से दर्शन किये |
इन्होने किये गर्भ गृह में प्रतिबन्ध के बावजूद दर्शन
बाबा महाकाल के दरबार में संत दादा गुरु बीजेपी के राष्ट्रीय नेता कैलाश विजयवर्गीय और विधायक रमेश मेंदोला ने गर्भगृह से दर्शन किये । हालकी की संतो को प्रतिबन्ध के दोरान गर्भगृह में प्रवेश मिल जाता है ,ऐसे में दादागुरु महाराज का प्रवेश जायज माना जा सकता है | जबकि नेता और कथावाचक के प्रवेश सवाल खड़े करता है |
जिम्मेदार इस बात को लेकर जवाब देने से बचते है लेकिन जब नियम बनता है तो उसे आम और ख़ास से नही जोड़ा जाना चाहिए

