उज्जैन | बिहार के पटना के नालंदा ग्रुप को उज्जैन जिला प्रशासन से एक बड़ा झटका लगा है , नालंदा ग्रुप द्वारा वर्ष 2019 में उज्जैन की हवाई पट्टी पर फ्लाईंग स्कुल शुरू करने के लिए , दताना हवाई पट्टी क्षेत्र की जमीन को शासन के नियमो और शर्तो के अनुसार लीज पर लिया था . लेकिन तीन साल बीतने के बाद भी कम्पनी यह ट्रेनिंग शुरू नहीं कर सकी , अब जाकर देवास रोड स्थित दताना हवाई पट्टी को प्रशासन ने अपने कब्जे में ले लिया, कार्रवाई नालंदा एविएशन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी द्वारा लीज की राशि नहीं भरने के कारण की गई है। वही शासन ने शर्तो उल्लंघन करने पर कंपनी का अनुबंध भी निरस्त कर दिया है। नालंदा एविएशन का सभी सामान भी जब्त कर लिया गया।
उज्जैन से 16 किलोमीटर दूर दताना हवाई पट्टी को 19 अगस्त 2019 से बिहार की नालंदा एलिवेशन प्राइवेट कंप्लेंट कंपनी ने 31 लाख रुपए सलाना की लीज पर ले रखा था। शासन की शर्तानुसार 3 वर्ष में लीज राशि 10% बढ़ाकर पूरे साल की राशि अगस्त माह तक जमा करना जरूरी है। लेकिन कंपनी ने इस वर्ष के करीब 36 लख रुपए 15 दिन बीतने के बाद भी जमा नहीं किया। कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने बताया कि लीज राशि जमा नहीं करने पर शासन ने हवाई पट्टी कब्जे में लेने की आदेश दिए थे। इसीलिए मंगलवार को पट्टी और वहां मौजूद सभी सामान जिसमें एयरक्राफ्ट भी है जब्ती में ले लिया है। उन्होंने यह भी बताया कि शासन ने कंपनी का अनुबंध भी समाप्त कर दिया गया है। कंपनी अगर राशि भर देगी तो आगे का निर्णय सरकार करेगी।
वही पुरे मामले में बताया जाता है कि शासन ने नालंदा एविएशन कंपनी संचालक विवेकानंद कुमार को हवाई पट्टी फ्लाइंग स्कूल और एरो स्पोर्ट एक्टिविटी संचालित करने के लिए लीज पर दी थी। कंपनी को 6 माह में उक्त एक्टिविटी शुरू करना थी। कंपनी ने आस्ट्रेलिया और त्रिचि से करीब तीन करोड़ में तीन एयरक्राफ्ट भी मंगवाए किंतु एक्टिविटी अब तक शुरू नहीं की इसलिए शासन ने उसका अनुबंध भी समाप्त कर दिया।
वही इस मामले पर कम्पनी के संचालक विवेकानंद कुमार ने बताया की प्रशासन ने उनके साथ जगल व्यव्हार किया है उक्त प्रोजेक्ट को शूरू करने के दोरान लाक डाउन आ गया था उसके बाद हमने एयर क्राफ्ट भी ख़रीदे , प्रोजेक्ट शुरू करने की स्थिति में ही थे लेकिन अब हमे जानकारी दिए बगेर ही इस प्रकार की कार्रवाही की गई , हमे ना तो कोई पत्र भेजा गया ना ही मेल या फोन पर जानकारी दी गई |



