
केंद्रीय जेल भैरवगढ़ में हुए गबन कांड में मंगलवार को गबन कांड से जुड़े तथ्यों का खुलासा करने के लिए मीडिया के बिच पहुचे जगदीश परमार को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है मीडिया से चर्चा में जगदीश ने शहर के कई बड़े लोगो पर गबन का पैसा उपयोग करने का आरोप लगाया है इसमें शहर के बड़े बिल्डर्स, कॉलोनाइजर , सुपारी व्यापारी टेंट कारोबारी सहित पत्रकार शामिल है |
जनसंवाद एक्सप्रेस ( प्रतिनिधि ) उज्जैन । उज्जैन स्थित केन्द्रीय जेल में हाल ही में सामने आये गबन कांड को लेकर पुलिस ने मंगलवार की सुबह एक और संदिग्ध को हिरासत में लिया है। पुलिस के अनुसार पूछताछ और जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। जेल गबन कांड में मुख्य आरोपी के तौर पर पूर्व जेल अधीक्षक उषा राजे और अन्य की गिरफ्तारी के बाद संदिग्धों को हिरासत में लेने का सिलसिला जारी हैं। इसी क्रम में मंगलवार को जगदीश परमार नामक शख्स नाटकीय रूप से एक कहानी बनाकर मीडिया के सामने आया और खुद की जान को ख़तरा बता कर पुलिस पर विश्वास ना होने की बात करने लगा , वही मीडिया के सामने मामले का कथित रूप से अपने स्तर पर खुलासा करते हुए जेल गबन कांड का पैसा कई बड़े लोगों के व्यवसाय में निवेश होने का आरोप लगाया है। परमार ने कैमरे के सामने शहर के कई प्रतिष्ठित लोग और नामीगिरामी व्यक्तियों के खुलकर नाम लेते हुए बताया कि जेल गबन का पैसा जमीन के व्यवसाय के साथ-साथ सट्टे में भी उपयोग किया गया है।
इसमें शहर के कुछ बिल्डर्स, कॉलोनाइजर्स, पान-मसाला कारोबारी, होटल व्यवसायी, मेडिकल मटेरियल री-पेकिंग निर्माता, टेंट हाऊस संचालक और अन्य कारोबार से जुड़े लोग भी शामिल हैं। परमार ने कहा कि इस घटना क्रम में मेरा नाम सामने आने के बाद मेरी जिम्मेदारी थी कि सच सभी के सामने आए।
मीडिया से चर्चा के बाद जगदीश परमार को पुलिस ने हिरासत में लिया है। साइबर सेल के प्रतीक यादव और माधव नगर के राहुल कामले ने परमार को हिरासत में लिया। माधव नगर थाना प्रभारी मनीष लोधा ने बताया कि मामले में जांच जारी है और पूछताछ के लिए जगदीश परमार को हिरासत में लिया गया है।
