विश्व प्रसिद्द तिरुपति बालाजी मंदिर के लड्डू प्रसाद में जानवरों की चर्बी के घी का उपयोग किये जाने का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है उक्त मामले ने पूरी तरह राजनेतिक रूप ले लिया है ,उक्त मामले में आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है ,उन पर श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर की पवित्रता को नुकसान पहुंचाने और प्रसिद्ध तिरुपति लड्डू प्रसादम में इस्तेमाल किए जाने वाले घी में मिलावट के आरोपों के बाद हिंदू धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया गया है। हैदराबाद के सैदाबाद पुलिस स्टेशन में एक वकील ने यह शिकायत दर्ज कराई है।
आंध्र प्रदेश के श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर (तिरुपति मंदिर) में बनने वाले प्रसादम (लड्डूओं) में अब नंदिनी घी का इस्तेमाल किया जा रहा है। नंदिनी, कर्नाटक मिल्क फेडरेशन का लोकप्रिय ब्रांड है। विवाद के बीच एक महीने पहले ही तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) ने कर्नाटक मिल्क फेडरेशन को घी सप्लाई करने का कॉन्ट्रैक्ट दिया।
कर्नाटक मिल्क फेडरेशन के मैनेजिंग डायरेक्टर एमके जगदीश ने कहा, हमने अपनी गाड़ियों में जीपीएस सिस्टम और जियो लोकेशन डिवाइस लगाई हैं। ये गाड़ियां मंदिर में घी सप्लाई करती हैं। GPS सिस्टम लगाने से हमें पता चलता है गाड़ी कहां-कहां रुकी है। ताकि मिलावट को रोका जा सके। कर्नाटक मिल्क फेडरेशन को 350 टन घी की सप्लाई का ठेका मिला है।
उधर आंध्र प्रदेश के डिप्टी CM पवन कल्याण तिरुपति लड्डू प्रसादम में जानवरों की चर्बी मिलने पर खुद को भी दोषी मान रहे हैं। पवन ने कहा, उन्हें अफसोस है कि वह मिलावट के बारे में पहले क्यों नहीं पता लगा पाए। इसके लिए वह प्रायश्चित करेंगे। पवन ने कहा- वह 11 दिनों का उपवास करेंगे।
आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने सोशल मीडिया X पर लिखा, 'पवित्र माने जाने वाले तिरुमाला लड्डू प्रसादम को जगन रेड्डी की सरकार की भ्रष्ट नीतियों के कारण अपवित्र कर दिया गया है। इस पाप को शुरू में न पहचान पाना हिंदू जाति पर एक कलंक है। जिस पल मुझे पता चला कि लड्डू प्रसादम में जानवरों की चर्बी हैं, मैं हैरान रह गया। खुद को दोषी महसूस कर रहा हूं। चूंकि मैं लोगों के कल्याण के लिए लड़ रहा हूं, इसलिए मुझे दुख है कि मैं इसे पहचान क्यों नहीं पाया।'

